सीतापुर: लखनऊ से 90 किलोमीटर दूर सीतापुर से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहां सीतापुर के गांव हरगांव में अंतर धार्मिक प्रेम-प्रसंग के चलते एक 55 वर्षीय व्यक्ति और उसकी पत्नी की हत्या कर दी गई। कथित तौर पर पीड़ितों को उनके पड़ोसियों ने लोहे की छड़ों और लाठियों से बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला गया।
पुलिस के मुताबिक, 55 वर्षीय मोहम्मद अब्बास के बेटे शौकत का मोहल्ले में रहने वाली हिंदू लड़की से प्रेम-प्रसंग था। शौकत 2020 में लड़की को ले भागा। पीड़ितों की पहचान 55 वर्षीय मोहम्मद अब्बास और 53 वर्षीय कमरुल निशा के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि उनका बेटा शौकत अपने बहुसंख्यक समुदाय की पड़ोसी लड़की से प्यार करता था।
शौकत पर लगे थे अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो के आरोप
लड़की के फरार होने के बाद से अब्बास के परिवार और जायसवाल परिवार के बीच दुश्मनी लगातार बढ़ती गई। वहीं नाबालिग लड़की होने की वजह से शौकत को अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो के आरोपों के तहत जेल जाना पड़ा. 23 महीने जेल में बिताए जाने के बाद, शौकत को रिहा किया गया। मृतक दंपत्ति की बेटी यासमीन द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद, पुलिस ने लड़की के भाई शैलेन्द्र जायसवाल, उसके बहनोई पल्लू जायसवाल और एक पारिवारिक मित्र अमरनाथ कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके माता-पिता रामपाल (48) और रमापति (42) अभी फरार बताए हैं।
लड़की ने कोर्ट में स्वीकारा, ‘शौकत के साथ भागने का फैसला मेरी स्वेच्छा से था’
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, लड़की ने कोर्ट में गवाही दी कि, उसने अपनी इच्छा से अपने साथी के साथ घर से भागने का फैसला किया था। नतीजतन, शौकत को बरी कर दिया गया। दोनों समुदायों के बीच विवाद तब चरम पर पहुंच गया जब 26 मई को जायसवाल परिवार ने अपनी लड़की की शादी किसी और लड़के के साथ तय कर दी, लेकिन लड़की 14 अगस्त के दिन एक बार फिर लड़के के साथ फरार हो गई। इसके बाद यह दुखद घटना सामने आई।
यह दोहरा हत्याकांड 18 और 19 अगस्त की दरमियानी रात को हुआ था, जब लड़की का परिवार कथित तौर पर पिछले शुक्रवार की देर रात शौकत के माता-पिता से मिलने उनके घर गया था। हरगांव के SHO बीपी सिंह का कहना है कि पुलिस को अगले दिन (19 अगस्त) भीषण अपराध के बारे में जानकारी मिली और अब्बास और निशा के शव मिले। इस घटना के बाद पुलिस ने प्रेमी-जोड़े की सुरक्षा बढ़ा दी है।