लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में अब उर्दू में भी साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार ने यह निर्देश उन्नाव के रहने वाले मोहम्मद हारून की शिकायत के बाद दिया है। उन्होंने कहा था कि राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा होने के बावजूद कई सरकारी विभागों में लगे साइन बोर्डों से उर्दू को हटा दिया गया है।
उन्नाव के रहने वाले हारून ने सरकार से की थी शिकायत
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि राज्य भर में सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े केंद्रों में उर्दू में भी साइनबोर्ड और नेमप्लेट लिखे जाएंगे। यह निर्देश उन्नाव निवासी मोहम्मद हारून की शिकायत के बाद आया दिया गया है। उन्होंने शिकायत की थी कि प्रदेश के कई सरकारी विभागों और सरकारी अस्पतालों से उर्दू में लिखे साइन बोर्ड हटा दिए गए हैं। इसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे सभी अस्पतालों, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए जारी किए गए आदेश का अनुपालन कराएं। उर्दू में भी साइन बोर्ड लगाना सुनिश्चित करें।
पहले से ही आदेश, अब निर्देश जारी किए गए हैंः वरिष्ठ अधिकारी
वहीं राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह एक नया सरकारी आदेश नहीं है। आदेश पहले से मौजूद था। उर्दू राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा है। यह एक उन्नाव के रहने वाले नागरिक की शिकायत के बाद निर्देश जारी किए गए हैं। शिकायत कर्ता ने कहा था कि उन्नाव की एक पीएचसी और सरकारी सार्वजनिक कार्यालय में नेमप्लेट से उर्दू भाषा हटा दी गई है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने फिर से सभी विभागों के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।