Sawai Madhopur: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर राजस्थान के गंगापुर सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने सहकार सम्मेलन को संबोधित किया। इससे पहले शाह ने सहकार समितियों को लेकर लिखी किताबों का विमोचन भी किया। शाह के संबोधन के दौरान कुछ युवकों ने केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इसके बाद गृह मंत्री शाह ने नारेबाजी कर रहे लोगों के जरिए सीएम गहलोत पर निशाना साधा।
गृह मंत्री ने कहा कि मैं गहलोत साहब को कहने आया हूं कि ये चंद लोग भेजकर नारेबाजी करवाने से कुछ नहीं होगा। अगर आपमें जरा भी शर्म बची हो तो लाल डायरी के मुद्दे पर इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में आ जाइए और हो जाए दो-दो हाथ।
मैं पाॅलिटिक्स नहीं करना चाहता
शाह ने आगे कहा कि मैं पाॅलिटिक्स नहीं करना चाहता था लेकिन मुझे मजबूर किया गया है। हमारे दिलीप भाई ने मुझे एक फोल्डर भेजा। मैंने उनको मना किया ये फोल्डर मत रखना नहीं तो सीएम नाराज हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसमें ऐसा क्या है कि वह नाराज हो जाएंगे तो मैंने कहा कि इस फोल्डर का रंग लाल है वे लाल डायरी से बहुत डरे हुए हैं। शाह ने कहा कि डायरी का रंग लाल है और इसके अंदर के कारनामे काले हैं।
घर में लाल डायरी मत रखना वरना….
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने मोदी सरकार की ओर से किसान हित में लिए गए निर्णयों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा ने किसानों के लिए ढेर सारी योजनाएं लाॅन्च की है। केंद्र आज किसानों को 6 हजार रुपए दे रही है। मोदीजी ने कृषि बजट को 6 गुना बढ़ा दिया है।
मैं यहां आ रहा था तो एक किसान ने मुझे कहा कि यहां बिजली नहीं मिलती है। शाह ने कहा कि दूसरी ओर बिजली खरीद में प्रदेश में जमकर धांधली हो रही है। भाषण समाप्त करते समय शाह ने एक बार फिर लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि घर में कोई डायरी हो तो उसका कलर लाल मत रखना। वरना सीएम साहब नाराज हो जाएंगे।