Rajasthan Politics: राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बन जाने के बाद से नेता प्रतिपक्ष का पद अभी भी खाली है। इस पद पर किसको बैठाए इसको लेकर भाजपा आलकमान अभी भी माथापच्ची कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष की रेस में यूं तो कई नाम शामिल है।
लेकिन मुख्य रूप से सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़, वसुंधरा राजे, कैलाश मेघवाल, मदन दिलावर और प्रताप सिंह राजवी जैसे दिग्गज नेताओं के नाम शामिल है।
गुटबाजी है परेशानी का कारण
पार्टी के सूत्रों की मानें तो इस पद को लेकर फिलहाल अभी खींचतान जारी है। खींचतान की बड़ी वजह पार्टी की गुटबाजी है। राजस्थान भी उन राज्यों में आता है जहां बीजेपी गुटों में बंटी हुई है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए आलाकमान कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है।
सतीश पूनिया पहले से ही पार्टी के अध्यक्ष हैं। इसलिए उनकी संभावनाएं कम ही नजर आती है। फिर वसुंधरा राजे चुनावी साल में इस पद से परहेज ही करेगी। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर इस पद के प्रबल दावेदार मानें जा रहे हैं। लेकिन आलकमान इस पद पर किसी नए चेहरे को भी मौका दे सकता है।
नए चेहरे पर दांव खेल सकती है पार्टी
आलाकमान इसके लिए सोशल इंजीनियरिंग का भी पूरा ध्यान रख रही है। प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष नंबर दो की हैसियत का पद माना जाता है। इसको देखते हुए पार्टी जातीय समीकरणों पर भी काम कर रही है। सूत्रों की मानें तो आलाकमान किसी राजपुत या दलित वर्ग के किसी चेहर पर दांव खेल सकती है।
बता दें कि विधानसभा में बजट सत्र का दूसरा चरण मंगलवार से शुरू हो रहा है। इससे पहले पार्टी आलाकमान कोई निर्णय ले सकता है। या फिर यह भी हो सकता है कि पार्टी इस पद को आने वाले विधानसभा चुनाव तक खाली ही रखें।