Rajasthan Election 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। इसी को लेकर पार्टी के आला नेता और पीएम मोदी लगातार प्रदेश के दौरे कर रहेे हैं। अब तक गृहमंत्री अमित शाह 2 बार, अध्यक्ष जेपी नड्डा एक बार और पीएम मोदी 7 बाद प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। पीएम मोदी और बीजेपी के आला नेताओं का जोर पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान पर ज्यादा हैं। जहां पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया हो गया था। वहीं चुनाव में नेतृत्व को लेकर भी स्थिति साफ हो चुकी है। बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे पर इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। चार रोज पहले पार्टी के संगठन महासचिव बीएल संतोष की अध्यक्षता में सवाई माधोपुर में हुई मीटिंग में चेहरे को लेकर स्थिति बिल्कुल साफ हो चुकी है।
इस महीने दूसरी बार राजस्थान आएंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी पिछले 7 माह में राजस्थान में 7 सभाएं कर चुके है। यानि औसतन महीने में 1 बार वो राजस्थान आए हैं। इस बार पीएम मोदी 28 जुलाई को तेजाजी महाराज की जन्मस्थली खरनाल आएंगे। पीएमओ ने इस कार्यक्रम को हरी झंडी भी दिखा दी है। पीएम मोदी 28 जुलाई को खरनाल में तेजाजी महाराज के मंदिर में पूजा कर जाट समाज को साधेंगे। इसके बाद वहां आयोजित होने वाली सभा में देशभर के 9 करोड़ किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपए की किसान सम्मान निधि योजना की किस्त भी ट्रांसफर करेंगे।
रैली में 3 लाख लोगों के जुटने का दावा
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चैधरी ने बताया कि यह कार्यक्रम केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से आयोजित कराया जा रहा है। किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करने के अलावा पीएम उर्वरक मंत्रालय की ’पीएम प्रणाम’ स्कीम में किसानों के लिए किए गए प्रावधानों की घोषणा करेंगे। इस सभा के लिए बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि 3 लाख लोग जुटेंगे।
गहलोत की काट है मोदी की यह स्कीम
सीएम गहलोत आजकल डीबीटी के माध्यम से लगातार लाभार्थियों के खातों में पैसे ट्रांसफर कर माहौल बना रहे हैं। उनके द्वारा लगातार यह बताने की कोशिश की जा रही है कि उनकी सरकार लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है। उसी की काट में पीएम मोदी भी नागौर की धरती से किसानों और जाटों को साधने के लिए किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर करेंगे।
जाटों को साधने की कोशिश
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान की अधिकांश सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर और नागौर में पार्टी को अधिकांश सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने नागौर में पीएम मोदी की रैली तय की है। पश्चिमी राजस्थान की 30-40 सीटों पर जाट वोट काफी प्रभावी माना जाता है। पिछले चुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी ने अधिकांश सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे इस वजह से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए बेनीवाल की काट और जाट वोट बैंक को साधने के लिए प्रदेश इकाई ने जाटों क आराध्य देव तेजाजी महाराज की जन्मस्थली खरनाल पर इतनी बड़ी सभा रखी है।