Rajasthan News: राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बागीदौरा (बांसवाड़ा) से विधायक जयकृष्ण पटेल ( Mla Jakrishna Patel) को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पटेल भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) से चुनाव लड़ने के बाद पहली बार बागीदौरा सीट से विधायक बन गए। बताया जा रहा है कि राजस्थान में ऐसा पहली बार जब किसी विधायक को ऐसे गिरफ्तार किया गया है। विधायक की गिरफ्तारी के बाद रविवार को एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एक व्यवसायी की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। एसीबी का दावा है कि विधानसभा में पूछे गए सवालों को हटाने के बदले विधायक द्वारा रिश्वत मांगी गई थी।
10 करोड़ रुपये की मांगी थी रिश्वत
एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान के निवासी खनन व्यवसायी रवींद्र सिंह ने 4 अप्रैल को एसीबी से संपर्क किया था। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में उनकी खदान से जुड़े तीन सवाल लगाए थे। आरोप है कि इन सवालों को हटाने के बदले में, 10 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। काफी बातचीत करने के पर 2.5 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ है। जिसकी पहली किस्त के रूप में बांसवाड़ा में विधायक को एक लाख रुपये नकद दिए गए थे। इसके बाद किश्तों में शेष 20-20 लाख रुपये का भुगतान करने की योजना बनाई गई थी।
खुद पहुंचे थे रिश्वत लेने
डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ACB ने शिकायत की पुष्टि करने के लिए शिकायत की जांच की। कार्रवाई से पहले विधायक की ऑडियो, वीडियो, तस्वीरें और अन्य साक्ष्य एकत्र किए गए थे। उन्होंने बताया कि जयपुर में विधायक के निवास पर 20 लाख रुपये की पहली किस्त दी जानी थी, जिसके साथ ACB टीम सक्रिय थी। विधायक पटेल पहले जयपुर आने के लिए राजी नहीं थे, लेकिन बाद में वह खुद वहां पहुंच गए। डीजी ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान जिस व्यक्ति ने विधायक की जगह पैसा लिया था, वह मौके से फरार हो गया है। जबकि आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
विधायक के उंगलियों पर मिला रंग
वहीं एसीबी के पास एक रिकॉर्डिंग है जिसमें व्यक्ति रुपये से भरा बैग ले जा रहा है। बाद में विधायक ने खुद वह बैग लिया, जिसमें पैसा था। बैग में रखे गए नोटों पर विशेष स्याही रखी गई थी, जिसका रंग विधायक की उंगलियों पर पाया गया है। वहीं फरार आरोपी की भी तलाश की जा रही है।
स्पीकर से सहमति के बाद हुआ एक्शन
डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि यह कार्रवाई एक वर्तमान विधायक पर की जा रही थी, इसलिए पहले से ही स्पीकर वासुदेव देवनानी को इस बारे में पूरी जानकारी दी गई थी। वहां सहमति मिलने के बाद ही टीम विधायक के आवास पर पहुंची और कार्रवाई की गई। डीजी ने बताया कि विधायक से पूछताछ की जा रही है। जिसमें अन्य लोगों के नाम भी सामने आने की उम्मीद है।