Jaipur ACB Operation MM: एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की 12 टीमों ने मंगवलार को नगर पालिका पावता-प्रागपुरा में तैनात अधिशाषी अधिकारी (ईओ) फतेह सिंह के 8 ठिकानों पर छापेमारी की। ईओ के जयपुर, पावटा, शाहपुरा, कोटपूतली, थानागाजी और विराटनगर के ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान टीम को अकूत दौलत मिली, जो काली कमाई से बनाई गई। रिश्वतखोर अधिकारी के पास से आय से 273 प्रतिशत ज्यादा दौलत मिली। ईओ के पास जयपुर के पॉश इलाके जगतपुरा में 1.30 करोड़ का लग्जरी फ्लैट, अलवर के थानागाजी में 15 बीघा में फार्म हाउस, दीपावास में हेक्टेयर जमीन और बेनामी संपत्ति मिली। जांच में पता चला है कि ये सभी प्रॉपटी ईओ की हैं।
दफ्तर में झड़ती दीवारें, लेकिन घर पर स्वीमिंग पूल
पावता-प्रागपुरा नगर पालिका में अधिशाषी अधिकारी (ईओ) के कार्यालय के दीवारों से पपड़ी झड़ती है। वहीं जांच में EO साहब के फार्म हाउस में स्विमिंग पूल भी निकला है। ACB को ऑफिस से लेकर शाहपुरा, विराटनगर, कोटपूतली हर जगह कागज ही कागज मिले हैं। ये कागज महज एक फाइल नहीं, बल्कि फतेह सिंह की काली कमाई की डायरी बन सकते हैं।
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जांच अभी जारी है…
बहरहाल अभी एसीबी की जांच पूरी नही हुई है। ऐसे में बड़ा सवाल यह भी है कि सरकारी बाबू के पास इतनी दौलत कहां से आई। किसकी शह पर उसने ये संपत्ति अर्जित की। काली कमाई के इस पूरे खेल में कौन-कौन शामिल है। क्या सिर्फ यही एक फतेह सिंह है, या सिस्टम में फतेहों की पूरी फौज भी अभी बाकी है?
हाल ही में ACB ने की थीं ये कार्रवाई
राजस्थान में ACB लगातार एक्शन मूड में है। इसी तरह 7 जून को भी सवाई माधोपुर में ACB ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया था। टीम ने सीएमएचओ कार्यालय में काम करने वाले एक प्रशासनिक अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा था। अधिकारी का नाम भूपेंद्र बिहारी शर्मा है, जिसे 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इसी तरह एसीबी स्पेशल टीम ने मार्च में चितौड़गढ़ में ट्रैप की बड़ी कार्रवाई की।
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