Barmer: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। लेकिन इससे पहले ही नेताओं की सियासी बयानबाजियां शुरू हो गई है। पिछले चार दिनों से सीएम अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एक दूसरे पर हमलावर है। अब मंत्री सुखराम विश्नोई ने अडाणी समूह की सरकारी संस्थाओं में बढ़ती भागीदारी को लेकर आरोपों की झड़ी लगा दी।
अडाणी और सीएम में कोई रिश्ता नहीं
मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में केंद्रीय जांच एजेंसियों को कमजोर कर पंगु बनाया जा रहा है। इनका एकमात्र उद्देश्य केवल विपक्ष को दबाना है। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अडाणी और सीएम गहलोत में कोई रिश्ता नहीं है। जो जमीन हमने जैसलमेर व उसके आसपास के इलाकों में अडाणी को दी है वह केवल सोलर प्लांट के लिए है।
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चुनाव आयोग व सुप्रीम कोर्ट पर खड़े किए सवाल
मंत्री ने चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को भी अपने शिकंजे में ले लिया। राम मंदिर का फैसला देने वाले जज को राज्यपाल बना दिया।
जैसे ही सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रिटायर्ड होते है उन्हें कुछ न कुछ पद मिल जाता है। मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार में संस्थाओं की स्वतंत्रता खतरे में पड़ गई है। सरकार अपने हिसाब से चुनाव करवा रही है।
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बदले की भावना से कार्रवाई कर रही केंद्र सरकार
रायपुर में कांगेस के अधिवेशन से पहले कांग्रेस एमएलए के घरों पर एजेंसियों ने छापे मारे है। विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है। मोदी सरकार बहुत ही निचले स्तर पर आ गई है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम संसद में एक दिन बोलते हैं 1.40 करोड़ जनता मेरे पीछे है दूसरे दिन कहते है कि मैं अकेला सब पर भारी पड़ता हूं।