Kota News: स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने सोमवार को कोटा में चंबल नदी पर बने हैरिटेज रिवरफ्रंट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चम्बल नदी पर बना रिवरफ्रंट हैरिटेज होने के साथ विश्वस्तरीय स्थापत्यकला को अपने में समेटे हुए है। महज 3 साल में 6 किमी लम्बाई में बना यह रिवरफ्रंट विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में कोटा की पहचान बनेगा।
निरीक्षण के बाद मंत्री धारीवाल मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया का पहला हेरिटेज रिवर फ्रंट का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कड़ी मेहनत और समर्पण से इस इस विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल को विकसित किया गया है।
कोटा की इकोनॉमी को मिलेगा बूस्ट
उन्होंने कहा कि यह रिवरफ्रंट कोटा की इकोनॉमी को न सिर्फ बूस्ट करेगा बल्कि रोजगार के भी बड़े आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने नगर विकास न्यास के अधिकारियों के साथ रिवरफ्रंट के ईस्ट और वेस्ट दोनों साइड का अवलोकन किया। रिवर फ्रंट पर विकसित किए गए वर्ल्ड हेरिटेजए राजस्थान हेरिटेज सहित तमाम मॉन्यूमेंट्स वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रहे हैं।
स्थापत्यकला के साथ आधुनिकता
स्वायत्त शासन मंत्री ने नयापुरा साइट पर निर्मित की गई खूबसूरत बावड़ी से निरीक्षण शुरू किया। इसके बाद सिंह घाट, फव्वारा चौक, साहित्य घाट, वाटर पार्क, वर्ल्ड हेरिटेज बिल्डिंग्स, बैराज गार्डन सहित रिवरफ्रंट के ईस्ट साइड में विकसित किए गए विभिन्न घाटों का जायज़ा लिया।
उन्होंने कई जगहों पर रुक कर अंतिम चरण में चल रहे कार्यों को बारीकी से देखा तथा गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जब पर्यटक यहां आये तो उन्हें स्थापत्यकला के साथ आधुनिकता का भी अनुभव होना चाहिए।
तकनीकी का समावेश बना आकर्षक
रिवरफ्रंट के दोनों साइडों पर विकसित की गई खूबसूरत हेरिटेज लुक के साथ आधुनिक तकनीकी का समावेश करते हुए तैयार किये गये विश्व स्तरीय स्मारकों को देखकर मंत्री धारीवाल ने प्रसन्नता जाहिर की और शेष कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने विश्व स्तरीय फव्वारा, योग करता साधक एवं घंटे के निर्माण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नदी में भ्रमण के समय पर्यटकों को दोनो घाटों पर आधुनिक तकनीकी के समावेश को देखने का मौका मिलेगा।
सिखधर्म का चिन्ह लगाने का कार्य शीघ्र शुरू
स्वायत्त शासन मंत्री ने केशवरायपाटन तिराहे के आगे सिख धर्म के धार्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक चिन्ह खंडा को स्थापित किये जाने वाले स्थान का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य को गति के साथ समय पर मूर्त रूप दें।
स्वायत्त शासन मंत्री ने बैसाखी के मौके पर केशवरायपाटन तिराहे के पास विशाल खंडा स्थापित किए जाने की अगमगढ़ गुरुद्वारे में घोषणा की थी।