Jodhpur: जोधपुर का हार्डकोर अपराधी कैलाश मांजू को शनिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस ने राजस्थान पुलिस से अपराधों की लिस्ट मांगी है। राजस्थान पुलिस ने मांजू पर 1 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। मांजू पर लाॅरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े होने और अवैध हथियार तस्करी का आरोप हैं।
कैलाश मांजू मूल रूप से भाटेलाई पुरोहितान जोधपुर का रहने वाला है। मांजू को पकड़ने के लिए 21 फरवरी को एनआईए की टीम ने उसके गांव भाटेलाई और जोधपुर स्थित चौपासनी बाइपास घर पर भी दबिश दी थी। बता दें कि मांजू के खिलाफ राजपासा में एक साल के लिए निरूद्ध करने के आदेश दिए थे।
एनआईए ने की थी छापेमारी
दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद लाॅरेंस विश्नोई से पूछताछ में उसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एनआईए की टीम ने उसके गांव और जोधपुर स्थित घर पर दबिश दी थी। एनआईए की टीम तीन गाड़ियों में पहुंची थी। टीम ने आधे घंटे तक उसके घर की तलाशी ली थी।
ये हैं आरोप
मांजू पर आरोप थे कि उसने जैन ट्रेवल्स के मालिक मनीष जैन और श्रीराम अस्पताल के डायरेक्टर सुनील चांडक की पूरी प्रोफाइल और फोन नंबर लाॅरेंस विश्नोई को दिए थे। इसके लाॅरेंस ने अपने गुर्गों से फोन करवाकर सुनील चांडक और मनीष जैन से लाखों की फिरौती मांगी थी।
कौन है कैलाश मांजू
कैलाश मांजू मूल रूप से जोधपुर के भाटेलाई पुरोहितान गांव का रहने वाला है। उसके पिता करीब 20 साल तक गांव के सरपंच रहे। 2018 में पिता के निधन के बाद मांजू गांव का सरपंच बना। मांजू पर पुलिस में कई मुकदमे हुए तो उसने अपने पत्नी को सरपंच बना दिया। कैलाश पर जोधपुर पुलिस ने 2019 में राजपासा में निरूद्ध करने के आदेश दिए थे। इसके बाद वह नेपाल फरार हो गया। बताया जाता है कि वह नेपाल में अपने रिश्तेदार के यहां ठहरा हुआ था। उसने अपने बच्चों का एडमिशन भी नेपाल के एक नामी स्कूल में कराया था।