Jaipur News: राजस्थान से बीजेपी के राज्यसभा सांसद डाॅ किरोड़ीलाल मीणा इन दिनों एक बार फिर सुर्खियों में हैं। कोटखावदा हादसे की एफआईआर दर्ज नहीं होने पर सांसद किरोड़ीलाल डीजीपी उमेश मिश्रा के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। उनके साथ हादसे में मारे गए मृतकों के परिजन भी धरने पर बैठे।
पुलिस ने आनन-फानन में दर्ज किया मामला
सांसद के डीजीपी आवास के बाहर धरना देने की सूचना मिलने पर हरकत में आई कोटखावदा पुलिस ने आनन-फानन में जीप चालक के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद किरोड़ी पीड़ित परिवार के लोगों को लेकर कोटखावदा पहुंचे। इसके बाद प्रशासन और किरोड़ी लाल के बीच विभिन्न मांगों को लेकर सहमति बनी। इस दौरान स्थानीय विधायक वेद प्रकाश सोलंकी भी मौजूद रहे।
पीड़ितों के दुखों पर आर्थिक पैकेज का मरहम
सांसद मीणा ने पीड़ित परिवार को अपनी तरफ से 2 लाख रूपए नकद दिए। वहीं विधायक सोलंकी ने अपनी 2 महीने की सेलरी पीड़ित परिवार को देने की घोषणा की। सरकार की ओर से प्रशासन ने 10 लाख का चेक भी पीड़ित परिवार को सौंपा।
इसके बाद परिवार शवों के दाह संस्कार को राजी हुआ। जिसके बाद चारों शवों को मौके से उठाया। मृतक के एक परिजन को संविदा पर नौकरी देने, पीएम आवास योजना में मकान स्वीकृत कराने, विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पीड़ित परिवार को दिलाने पर सहमति बनी।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार 21 मई को कोटखावदा निवासी मदन की पत्नी सुनिता, बेटा गोलू, विक्की, सीताराम और उनकी पत्नी घर से 200 मीटर दूर सड़क किनारे परिजनों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान एक तेज रफ्तार थार जीप ने सभी को कुचल दिया।
हादसे में सुनिता, पत्नी मदन, उसके बेटे गोलू और जेठ सीताराम पुत्र बद्री की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इलाज के दौरान सीताराम की पत्नी अनिता ने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद से ही ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगांे को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।