Rajasthan assembly elections: सभी पार्टियों ने चुनाव की तैयारियां कर ली है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में सभी नेता अपना- अपना दांव खेल रहे है। कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत और सचिन पायलट में फिर से बयानबाजी शुरू हो गई है। शुक्रवार को जयपुर में आयोजित एक न्यूज पोर्टल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि पायलट तो खुद हाईकमान हैं। चुनाव में उनकी क्या भूमिका रहेगी, यह तो वे खुद तय करेंगे।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट हमारी पार्टी के नेता हैं। अब तो वो खुद हाईकमान हो गए हैं। हाईकमान को कहने की जरूरत नहीं होती है। हाईकमान खुद टिकट बांटते हैं। तंज कसते हुए कहा मैं उन्हें कहने वाला कौन होता हूं? उन्हें तो कांग्रेस प्रेसिडेंट ही कह सकते हैं। पायलट पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी में आए हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी मेंबर होना बड़ी बात है। उनके टिकट हाईकमान तय करेंगे।
कांग्रेस ने नेताओं में टकराव
कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के बीच अधिकतर टकराव देखने को मिलता है। हालांकि राजनीति के जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत हर बार सचिन पायलट पर भारी पड़े। इस दौरान गहलोत ने कहा कि हम विधायकों से बातचीत भी करते हैं। उनकी समस्याओं को दूर करने की कोशिश भी करते हैं। अच्छा काम करने के बाद भी राजनीति में परसेप्शन गलत बन जाता है। यह तो पार्टी में हम बातचीत करते हैं। विपक्ष के लोगों का काम भी यही है। वो इस तरह की चर्चाओं को ज्यादा फैलाते हैं।
चार महीने बाद फिर किया सियासी वार
इस साल अप्रैल में सीएम गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट ने अनशन किया। इसके बाद सचिन पायलट मई में अजमेर से लेकर जयपुर तक पैदल मार्च निकाला। इसके साथ ही गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी। हालांकि दोनों के बीच बाद में सुलह हो गई थी। लेकिन अब फिर दोनों में तनातनी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को जयपुर में आयोजित एक न्यूज पोर्टल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट पर लगातार तंज कसते नजर आये।
पहले भी गहलोत बयानबाजी कर चुके
इससे पहले अशोक गहलोत और उनके समर्थकों ने सचिन पायलट के लिए गद्दार, नकारा, निकम्मा और कोरोना जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। पायलट ने गहलोत के किसी भी बयान पर ऐसी कोई भी टिप्पणी नहीं। जिसमें पार्टी की मर्यादा तोड़ी गई हो। सभा के दौरान सीएम गहलोत ने पायलट पर निशाना साधा। गहलोत की बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे। लोगों का कहना कि पार्टी हाईकमान ने गहलोत और पायलट के बीच सुलह कराई थी। लेकिन अब अशोक गहलोत का तंज आग में घी डालने का काम कर सकता है। हालांकि अभी पायलट की ओर से कोई पलटवार नहीं आया है।