Kota: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) में बिहार (Bihar) की रहने वाली 19 वर्षीय छात्रा शेम्बुल परवीन द्वारा फांसी लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। छात्रा एक साल से यहां रहकर नीट-यूजी (NEET-UG) की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवारवालों के हवाले कर दिया है। पुलिस को छात्रा के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
जून 2022 में लिया था दाखिला
जानकारी के मुताबिक मामला बसंत विहार इलाके का है। कोटा पुलिस ने बताया कि शेम्बुल परवीन, बिहार के पश्चिम चंपारण जिले की रहने वाली थी। एक निजी कोचिंग में दाखिला लेने के बाद जून 2022 से कोटा में रह रही थी। पुलिस ने बताया कि छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। साथियों ने बताया कि उसके परिवार वाले 10 मार्च को कोटा आए थे। वे उसके लिए किसी दूसरे हॉस्टर में शिफ्ट करने वाले थे।
आत्महत्या का कारण अभी साफ नहीं
दूसरी ओर पुलिस अभी तक आत्महत्या के वास्तविक कारणों का पता नहीं लगा पाई है। पुलिस का कहना है कि शेम्बुल के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं उसके माता-पिता ने कहा कि वह परीक्षाओं में कम नंबर आने और हॉस्टल में मिलने वाले घटिया खाने से परेशान थी।
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कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला बेटी का शव
पुलिस के मुताबिक, शेम्बुल के माता-पिता ने कहा कि कुछ दिन पहले उसने फोन पर शिकायत की थी कि हॉस्टल में अच्छा खाना नहीं मिलता है, इसलिए वह हॉस्टल बदलना चाहती है। मंगलवार (14 मार्च) को कोटा पहुंचे परिवार वालों ने बताया कि वे हॉस्टल गए थे। कमरा नहीं खुलने पर खिड़की से झांका तो अंदर बेटी का शव फंदे से लटका था।
ढाई महीने में पांचवे छात्र ने की आत्महत्या
शेम्बुल की पिता ने बताया कि बेटी पढ़ाई में अच्छी थी। उसने 10वीं में 79% नंबर हासिल किए थे। मैंने उसकी हिम्मत बढ़ाते हुए कहा था कि वह मेहनत करे। किसी और बात की चिंता न करने की भी सलाह दी। वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले ढाई माह में छात्रों द्वारा की गई पांचवीं आत्महत्या है। जबकि वर्ष 2022 में कुल 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी।