भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर जिले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें इंदिरा रसोई के सामने खाने के जूठे बरतन रखे हुए हैं, जिन्हें दो सुअर चाट-चाटकर साफ कर रहे हैं। बता दें सीएम अशोक गहलोत द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए कम कीमत पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए अगस्त 2020 में ‘इंदिरा रसोई योजना’ की शुरुआत की गयी थी।
बता दें राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ड्रीम स्कीम ‘इंदिरा रसोई योजना’ के जरिए सिर्फ 8 रुपए में गरीबों का पेट भर रही है, ताकी कोई भी भूखा न सोए। योजना के तहत 100 करोड़ रुपए के बजट से 25 इंदिरा रसोई को चालू किए गए। इस बीच भरतपुर में फूड सेंटर के बाहर पड़े गंदे बर्तन सुअर चाटते दिखे। वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम से लेकर आला अफसरों में खलबली मच गई। मामले के तूल पकड़ते ही भरतपुर नगर निगम ने संस्था से अनुबंध समाप्त कर नोटिस जारी किया।
Rajasthan | Pigs seen licking soiled utensils lying outside food centre in Bharatpur run under state govt's 'Indira Rasoi Yojana', organisers contract rescinded
We found irregularities & organisation's contract was cancelled. Teams formed to probe matter: Municipality official pic.twitter.com/NxgBt5F6SA
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) November 2, 2022
भरतपुर नगर निगम के मेयर अभिजीत कुमार का कहना है कि मैंने भी सोशल मीडिया पर देखा है। महारानी जया कॉलेज के पास संचालित इंदिरा रसोई के बर्तनों को सूअर चाटते नजर आया था। उन्होंने कहा कि संचालक की लापरवाही की जांच हो रही है। उपनिदेशक क्षेत्रीय विस्तार सुरेश यादव का कहना है कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इंदिरा रसोई का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है और संचालक को तीन दिन में जवाब देने का नोटिस दिया गया है।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, सुअर के प्लेटों को चाटता देख बीजेपी से सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा और कहा कि, ‘गहलोत सरकार की इंदिरा रसोई योजना का खाना कैसा है, इससे ज्यादा जरूरी है ये जानना कि उसे किन बर्तनों में परोसा जाता है!’
गहलोत सरकार की इंदिरा रसोई योजना का खाना कैसा है, इससे ज्यादा जरूरी है ये जानना कि उसे किन बर्तनों में परोसा जाता है!#Rajasthan pic.twitter.com/XRf1NeZCFG
— Gajendra Singh Shekhawat (मोदी का परिवार) (@gssjodhpur) November 2, 2022
आपको बता दें कि हाल ही सीएम गहलोत ने यह फैसला लिया था कि महीने में एक बार सभी विधायक इंदिरा रसोई में ही खाना खाएंगे। जिससे भोजन की क्वालिटी बनी रहेगी।