जयपुर: पिछले करीब 5 सालों से तबादलों का इंतजार कर रहे तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने एक बार फिर से आंदोलन का रास्ता अपना लिया है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने ट्रांसफर की मांग को लेकर 19 अक्टूबर से शहीद स्मारक जयपुर में राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत द्वारा महाआंदोलन का आह्वान किया गया है। इस आंदोलन में प्रदेश भर के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के साथ-साथ सभी वर्गों के शिक्षक भाग लेंगे।
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प्रदेश प्रवक्ता डॉ रनजीत मीणा ने बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गिर्राज शर्मा के नेतृत्व में यह प्रदेश का सबसे बड़ा आंदोलन होगा। इस आंदोलन की तैयारी संगठन द्वारा पिछले एक माह से की जा रही थी। राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत द्वारा पहले प्रदेश पदाधिकारियों की जूम मीटिंग आयोजित की गई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि सरकार ट्रांसफर प्रक्रिया में भेदभाव कर रही है।
सरकार केवल तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर नहीं कर रही है जबकि बाकी सभी के ट्रांसफर लगातार किये जा रहे हैं। संगठन द्वारा जयपुर में ही तृतीय श्रेणी अध्यापकों के ट्रांसफर को लेकर चार बार धरने किये जा चुके हैं फिर भी सरकार से केवल कोरा भरोसा दिया गया है। अब संगठन को तृतीय श्रेणी अध्यापकों की पीड़ा को देखते हुए आर पार की लडाई लड़नी है।
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बता दें कि शहीद स्मारक जयपुर में तीन हजार शिक्षकों के जुटने की संभावना है। महाआंदोलन में इस बार सबसे ज्यादा संख्याबल महिला शिक्षिकाओं का होगा और उनकी संख्या लगभग एक हजार हो सकती है।
गौरतलब है कि साल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए गए थे। लेकिन उसके बाद से अब तक तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों की सौगात नहीं मिली है। इसके साथ ही कांग्रेस सरकार की ओर से पिछले करीब डेढ़ साल पहले तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादला आवेदन लिए गए थे। जिसमें करीब 85 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किए थे। लेकिन करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी आज तक सूची का इंतजार किया जा रहा है।
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