मुंबई: अरब महासागर में उठे बिपरजॉय चक्रवात के कारण मुंबई में बारिश आधा जून ख़त्म होने के बाद भी नहीं पहुंच पाई है। मुंबई को पानी की आपूर्ती करने वाली झीलो में रिजर्व कोटे समेत सिर्फ 16% पानी बचा हुआ है। यह पानी अगले 48 दिन तक ही मुंबई की प्यास बुझा सकता है। बारिश में और देरी हुई तो पानी का ज्याजा लेकर जून के अंत में मुंबई में 10 से 15 फ़ीसदी पानी कटौती की जाएगी। BMC प्रशासन ने इस बारे में जानकारी दी है।
मुंबई को पीने का पानी की आपूर्ति तानसा, मोडकसागर, मध्य वैतरणा, अपर वैतरणा, भातसा, विहार और तुलसी इन सात झीलों से रोजाना 3850 दशलक्ष लीटर द्वारा की जाती है। सालभर मुंबई की जनता की प्यास बुझाने को इन 7 झीलों में 14 लाख 47 हज़ार 363 दशलक्ष लीटर पानी की ज़रूरत होती है। मौजूदा समय में इन 7 झीलो में सिर्फ़ 16% फ़ीसदी यानी 2 लाख 50 हज़ार 691 दशलक्ष लीटर पानी ही बचा हुआ है।
पिछले साल पूरे जून में बारिश नहीं हुई थी तब पानी का स्टॉक 11% नीचे जा चुका था ऐसे में 27 जून से मुंबई में 10% पानी कटौती बीएमसी ने लागू कर दी थी लेकिन जुलाई के शुरुआत से मुंबई समेत झील वाले इलाकों में दमदार बारिश की शुरुआत हुई थी और झीलों में 25% पानी जमा हुआ था जिसके बाद 12 दिन में पानी कटौती को वापस ले लिया गया था।
दरअसल सात झीलों में सिर्फ़ 8.90% यानी 1 लाख 28 हज़ार 873 दशलक्ष लीटर पानी मौजूद है यह स्टॉक काफ़ी कम है लेकिन राज्य सरकार की भातसा और अपर वैतरणा झील का रिज़र्व कोटा इस्तेमाल करने की इजाज़त मिलने के बाद कुल पानी का स्टॉक 16% तक पहुंच गया फ़िलहाल इन दोनों झिलो से रोज़ाना 150 दशलक्ष लीटर पानी रोज़ मिल रहा है।