महाराष्ट्र के नागपुर में भड़की हिंसा लगातार चर्चा में है। हिंसा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नागपुर पुलिस की छावनी में बदल चुका है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उनका कहना है कि हिंसा में न सिर्फ आम लोगों बल्कि पुलिसकर्मियों को भी चोटें लगी हैं।
12-14 पुलिसकर्मी घायल
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने नागपुर हिंसा पर बयान देते हुए कहा कि हमने जांच शुरू कर दी है। अब तक 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस हिंसा में 12-14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं 2-3 नागरिकों को भी चोट लगी है। हम इस हिंसा का मूल कारण तलाशने की कोशिस कर रहे हैं।
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5-6 घंटे फिर भड़की हिंसा
योगेश कदम का कहना है कि लगभग दोपहर के समय पूरा मामला सुलझ चुका था। मगर 5-6 घंटे के बाद फिर एक ग्रुप बाहर निकला और हिंसा को अंजाम दिया गया। हमने मामले की जांच शुरू कर दी है और हम जल्द ही अपराधियों तक पहुंच जाएंगे।
#WATCH | Mumbai | On Nagpur violence, Maharashtra MoS Home Yogesh Kadam says, “The reason behind the violence has not been found yet. 47 people have been detained so far. 12-14 police personnel were injured in the incident. 2-3 civilians also received injuries. We will find the… pic.twitter.com/Kkp9a2gpjT
— ANI (@ANI) March 18, 2025
नागपुर में लगा कर्फ्यू
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग चल रही है। इसे लेकर नागपुर में हालात अचानक से खराब हो गए। 2 गुट आपस में भिड़ते नजर आए और देखते ही देखते शहर में भयानक हिंसा फैल गई। स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। इसी के साथ नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हिंसा के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
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