दीपक दुबे, मुंबई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुब्रत राय के ड्रीम प्रोजेक्ट के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सहारा ग्रुप की 1460 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। सुब्रतो राय सहारा ग्रुप के प्रमुख थे और उनका ड्रीम प्रोजेक्ट लोनावाला का आंबी वैली सिटी था, जहां की एकड़ जमीन को सील कर दिया गया है। आरोप है कि बेमानी प्रॉपर्टी के तहत यह जमीन खरीदी गई थी।
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) 2002 के प्रावधानों के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने सुब्रत रॉय के ड्रीम प्रोजेक्ट और सहारा ग्रुप के लोनावाना स्थित आंबी वैली सिटी और उसके आसपास की 707 एकड़ प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया। इस प्रॉपर्टी की मॉर्केट वैल्यू 1460 करोड़ आंकी गई है। सहारा ग्रुप ने इस जमीन को खरीदने में लोगों द्वारा प्राप्त धन का इस्तेमाल किया था।
यह भी पढे़ं : ‘सहारा के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे’, SEBI ने दिया निवेशकों को भरोसा
2012 से सहारा समूह के कामकाज पर लगी रोक
आपको बता दें कि सहारा समूह के कामकाज पर साल 2012 से रोक लगी है। इससे पहले देश के 2.76 करोड़ निवेशकों ने 20 वर्षों तक अपना पैसा सहारा की बचत योजनाओं में इंवेस्ट किया था। सहारा ग्रुप में निवेशकों के करीब 80 हजार करोड़ रुपये डिपॉजिट किए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने 5,000 करोड़ वसूलकर निवेशकों को लौटाने का फैसला लिया है।
ईडी ने दर्ज की थी रिपोर्ट
प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार, राजस्थान और ओडिशा में मेसर्स हमारा इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (HICCSL) और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सहारा ग्रुप से जुड़े लोगों के खिलाफ 500 से अधिक रिपोर्ट दर्ज की गई।
यह भी पढे़ं : स्कूटर पर नमकीन बेचते-बेचते कैसे लाखों लोगों के लिए ‘सहारा’ बने सुब्रत राय, प्रेरणादायक है जीवनी