महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के कई मंत्री उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से नाराज हैं। इस नाराजगी के बाद एकनाथ शिंदे ने अपने मंत्रियों के साथ मुलाकात की और उन्हें समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
अब खबर सामने आ रही है कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 4 जून को प्रस्तावित 7 अहम बैठकों में से किसी में भी शामिल नहीं होंगे। उनके इस निर्णय को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, उनकी अनुपस्थिति को लेकर उनके कार्यालय की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
4 जून को इन बैठकों में होना था शामिल
दोपहर 12:30 बजे
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक।
स्थान: सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
दोपहर 1:00 बजे
विधि एवं विधान शाखा के लोगो (प्रतीकचिह्न) का अनावरण तथा विधि एवं विधान शाखा के कार्य से संबंधित 4 पुस्तकों का विमोचन।
स्थान: सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
दोपहर 1:30 बजे
मुख्यमंत्री महोदय की अध्यक्षता में वृक्षारोपण अभियान संबंधी बैठक।
स्थान: सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
दोपहर 3:30 बजे
रोजगार गारंटी योजना विभाग की समीक्षा बैठक।
स्थान: कक्ष क्रमांक 02, सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
शाम 4:15 बजे
फलोत्पादन विभाग की समीक्षा बैठक।
स्थान: कक्ष क्रमांक 02, सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
शाम 4:45 बजे
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक।
स्थान: कक्ष क्रमांक 02, सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
शाम 5:30 बजे
राज्य के 16 आदिवासी, अति-दुर्गम नक्सल प्रभावित जिलों में कार्यरत ‘भरारी पथक’ मानसेवी चिकित्सा अधिकारियों की सेवा संबंधी बैठक।
स्थान: कक्ष क्रमांक 02, सह्याद्री अतिथिगृह, मलबार हिल, मुंबई।
मंत्रियो ने की थी एकनाथ शिंदे से शिकायत
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट के मंत्री डिप्टी सीएम अजित पवार से नाराज हैं। एकनाथ शिंदे गुट के मंत्रियों का आरोप है कि अजित पवार हमारे विकास कामों पर रोक लगाते हैं। मंत्रियों ने एकनाथ शिंदे से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद अब वह बैठक में शामिल नहीं हो हुए। अब इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या महायुति में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है? कहा यह भी जा रहा है कि बैठक से दूरी बनाना शिंदे की किसी बड़ी रणनीति का हिस्सा हो सकती है, खासकर तब जब महाराष्ट्र में चुनावी समीकरण लगातार बदलते जा रहे हैं।