World’s Largest Solar Floating Plant: मध्यप्रदेश के खंडवा जिले की तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में बने विशाल जलाशय में 600 मेगावाट क्षमता की सोलर फ्लोटिंग परियोजना का काम दो चरणों में किया जा रहा है। ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग परियोजना विश्व की सबसे बड़ी सोलर फ्लोटिंग परियोजना है। अब तक जमीन पर तथा सौर ऊर्जा की परियोजनाओं का काम मध्यप्रदेश सहित देशभर में कई जगह पर हुआ है, लेकिन मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में RUMSL Tender ने पानी पर भी सौर परियोजना को विकसित करने की ओर एक कदम बढ़ा लिया है।
दो चरणों में हो रहा काम
ओंकारेश्वर में दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट बने जा रहा है, इसकी खास बात ये है कि यह पूरा पानी पर बन रहा है और इसको बनाने में कोई विस्थापन नहीं होगा। एमएनआरआई की “अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क्स योजना” के तहत इस 600 मेगावॉट की परियोजना का कार्य दो चरणों में किया जा रहा है।
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फरवरी तक पहला चरण पूरा करने पर जोर
जिसमें से 278 मेगावॉट के प्रथम चरण का काम फरवरी 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। खंडवा के कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि ओंकारेश्वर में सोलर फ्लोटिंग प्लांट का कार्य तेजी से जारी है और आगामी फरवरी माह तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना को लेकर समय-समय पर उच्च अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण कर नियमित समीक्षा की जा रही है।
खंडवा के कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि ओंकारेश्वर का यह प्लांट विश्व का सबसे बड़ा सोलर फ्लोटिंग प्लांट बनने जा रहा है। यानी अब पानी पर तैरते हुए सोलर पैनल बिजली बनाने का नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर है।