Indore Missing Couple: राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के मिसिंग केस में मेघालय पुलिस ने महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। , मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने दावा किया कि 7 दिन के अंदर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पकड़े गए तीनों हमलावर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, एक महिला ने भी आत्मसमर्पण कर दिया है और 1 अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है। वहीं, मेघालय के डीजीपी ने दावा किया कि सोनम रघुवंशी ने ही राजा के मर्डर की सुपारी दी। गौरतलब है कि सोनम आज यूपी के गाजीपुर से मिल गई। जानकारी मिलते ही इंदौर पुलिस गाजीपुर के लिए रवाना हो गई है। गौरतलब है कि पकड़े गए तीनों लोग कहीं वही तो नहीं, जिनका नाम मेघालय पुलिस की तलाश में सामने आया था।
Within 7 days a major breakthrough has been achieved by the #meghalayapolice in the Raja murder case … 3 assailants who are from Madhya Pradesh have been arrested, female has surrendered and operation still on to catch 1 more assailant .. well done #meghalayapolice
---विज्ञापन---— Conrad K Sangma (@SangmaConrad) June 9, 2025
कौन थे वो तीन राजदार? जिनका गाइड ने किया जिक्र
शिलांग के गाइड ने दावा किया है कि उसने 23 मई को सोनम और राजा को देखा था और जिस दिन वह लापता हुए उस दिन उनके साथ तीन और लोग थे। तो कौन थे यह तीन लोग जिनकी तलाश में अब पुलिस लग गई है। हम आपको दिखाते हैं सबसे बड़ी हनीमून मिस्ट्री की सबसे बड़ी पड़ताल राजा सोनम के वो तीन राजदार कौन? जिनके साथ दिखे राजा सोनम वो तीन राजदार कौन हैं? मिसिंग से पहले क्या बात हुई? राजदार क्या सब जानते हैं? नए सीसीटीवी में कितने सराग चश्मदीद गवाही देंगे। इंदौर से हनीमून पर आई सोनम की तलाश शिलांग के पहाड़ी इलाकों में जारी है। एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस पूरे इलाके की खाक छान रही है।
ये भी पढ़ेंः Raja Raghuvanshi Case: सोनम रघुवंशी को लेकर सच हुई पंडित जी की भविष्यवाणी, गाजीपुर से मां को आया फोन
पूरे सीक्वेंस की कड़ियां रही पुलिस
वहीं दूसरी तरफ पुलिस राजा और सोनम के लापता होने के पूरे सीक्वेंस की कड़ियां जोड़कर इस केस को सुलझाने में लगी है। इस दौरान मेघालय पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। सोनम और राजा 21 मई की रात जिस होटल में रुके थे, उसमें आने और फिर रूम बुक करने से संबंधित सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। यह वीडियो 21 मई की शाम 7:00 बजे का है। जब होटल के रिसेप्शन पर राजा रूम बुक करने के लिए पेमेंट करते हुए दिखाई दे रहा है। तो इसके बाद वह रजिस्टर में एंट्री कर रहा है। इसके बाद कैमरा नंबर दो, छह और सात के सीसीटीवी फुटेज में होटल से निकलते हुए दिखाई दे रहा है।
अल्बर्ट परे नाम के गाइड ने बताए 3 राजदार
सबसे अहम सुराग पुलिस को एक गाइड के तौर पर मिला जिसने इस मिस्ट्री से जुड़े तीन राजदार के बारे में बताया। अल्बर्ट परे नाम के इस गाइड के मुताबिक उसने 22 मई की दोपहर राजा और सोनम को तीन टूरिस्ट से बातचीत करते देखा था। पुलिस के पूछताछ में गाइड ने बताया 22 मई को तीन टूरिस्ट से बात करते देखा। दंपति उन टूरिस्ट से हिंदी में बात कर रहे थे। राजा सोनम ने वंसाई नाम का गाइड बुक किया था। वनसाई गाइड ने दोनों को शिप्रा होम स्टे छोड़ा। राजा सोनम ने 23 मई सुबह 6:00 बजे चेक आउट किया। वहीं राजा और सोनम को लेकर गाइड ने जो बयान दिया है उसकी पुष्टि शिप्रा होमस्टे की मालकिन ने भी की है। 22 मई को दो मेहमान एक गाइड के साथ होम स्टे पहुंचे। मुझे सही समय याद नहीं है, लेकिन यह लगभग 4:30 से 5 बजे का समय रहा होगा। उनके आने पर मैंने उन्हें कमरा दिखाया और वह इसे लेने के लिए सहमत हो गए।
ये भी पढ़ेंः Exclusive: राजा रघुवंशी केस में पकड़े सातों हमलावरों की हुई पहचान, सोनम का प्रेमी भी शामिल
23 मई को हुई थी सोनम से बात
गाइड ने बताया कि जब हम बैठकर कमरे के किराए और गाइड की फीस पर चर्चा कर रहे थे, तो मैंने उनसे कहा कि भुगतान उसी दिन करना होगा। फिर गाइड ने पूछा कि क्या उन्हें अगले दिन उसकी सेवा की आवश्यकता होगी? जिस पर राजा ने जवाब दिया, नहीं, हमें अब गाइड की जरूरत नहीं है। सोनम और राजा के परिजनों ने बताया था कि उनकी 23 मई को सोनम से बात हुई तब सोनम हांफ रही थी। जब सोनम की सास उमर रघुवंशी ने उससे इसकी वजह पूछी तो सोनम ने बताया था कि वह पहाड़ी एरिया में आए हुए हैं और ऊंचाई पर चढ़ने की वजह से उन्हें थोड़ी दिक्कत महसूस हो रही है। इस आखिरी बातचीत के बाद सोनम और राजा से उनके परिजनों का कोई संपर्क नहीं हुआ। उधर 23 मई की रात 9:00 बजे सोहरा रिमगांव के पास वही स्कूटी मिली जो राजा और सोनम होटल से लेकर निकले थे और सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए थे।
पुलिस को उन तीन लोगों की तलाश
22 मई को उन्होंने हमें बुलाया तो हम मना नहीं कर सके और दोपहर 3:00 से 3:30 बजे के बीच उन्होंने शिप्रा होम स्टे छोड़ा। फिर 22 मई की शाम मैं और अल्बर्ट वहां गए और उनसे पूछा कि क्या उन्हें अगले दिन यानी 23 मई के लिए गाइड की जरूरत है? तो उन्होंने कहा नहीं हम आगे खुद चले जाएंगे। अब पुलिस को उन तीन लोगों की तलाश है। अगर वह तीन टूरिस्ट पुलिस को मिलते हैं या फिर वह खुद सामने आकर पुलिस का सहयोग करते हैं तो पता चल सकता है कि उनकी क्या बात हुई थी या फिर उनका इस पूरे केस में कोई हाथ है या नहीं।
इन सबके बीच मेघालय के मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री का बयान सामने आया। मुख्यमंत्री कोराज संगमा ने पीड़ित परिजनों को भरोसा दिया कि स्टेट पुलिस से लेकर तमाम एजेंसियां सोनम को तलाशने में लगी हैं और इस केस को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा। जबकि राज्य के पशुपालन मंत्री ने इसे एक घटना मात्र बताया है, लेकिन अभी इंसिडेंट जो हुआ है ये बहुत अनफॉर्चूनेट है।