Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में एक नाबालिग को दुष्कर्म की झूठी एफआईआर दर्ज करा गर्भपात कराना महंगा पड़ गया। जांच में दुष्कर्म की रिपोर्ट झूठी निकली। लड़की ने दुश्मनी के चलते आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस पर हाई कोर्ट ने नाबालिग और माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
अदालत ने गर्भ गिराने की दी थी परमिशन
यह मामला एमपी के सागर जिले का है। एक नाबालिग लड़की ने युवक पर शादी के नाम पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था। उसने 23 अक्टूबर 2023 को सागर के एक थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में कोर्ट ने नाबालिग को 9 सप्ताह का गर्भ गिराने की अनुमति दी थी। जब पुलिस ने मामले की जांच की तो रेप का केस फर्जी निकला।
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डीएनए रिपोर्ट से आई सामने सच्चाई
पुलिस जांच में किसी और डीएनए निकला, जिससे इस मामले की असलियस सामने आ गई। ट्रायल के दौरान नाबालिग अपने बयान से भी पटल गई। पुरानी दुश्मनी के चलते लड़की ने युवक के खिलाफ दुष्कर्म की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर चीफ जस्टिस की बेंच ने लड़की और उसके माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
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HC ने नाबालिग व माता-पिता पर FIR दर्ज करने का दिया आदेश
दूसरे युवक पर झूठी एफआईआर कराने वाली नाबालिग लड़की अब खुद फंस गई। साथ ही उसके माता पिता की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने नाबालिग लड़की और माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। साथ ही पुलिस अब यह पता लगा रही है कि इस केस का असली आरोपी कौन है?