MP Politics: मध्य प्रदेश बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है, जिससे प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। दीपक जोशी ने कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच राजधानी भोपाल में अपना सरकारी बंगला भी खाली कर दिया है। जिसके के बाद इन संभावनाओं को और बल मिलता नजर आ रहा है।
दीपक जोशी ने खाली किया बंगला
दीपक जोशी ने बंगला खाली करने के बाद अपना सामान रिश्तेदार के घर शिफ्ट कर दिया है। खास बात यह है कि यह सरकारी बंगला उनका भोपाल में पारंपरिक पता बन गया था। क्योंकि वह लंबे समय तक अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के साथ इसी बंगले में रह रहे थे। लेकिन अब उन्होंने यह बंगला खाली कर दिया है। जिससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि दीपक जोशी ने शायद कांग्रेस छोड़ने का पूरा मन बना लिया है।
सीएम शिवराज वीडी शर्मा से हुई थी बात
बताया जा रहा है कि दीपक जोशी की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भी बातचीत हुई थी। लेकिन दोनों नेताओं से मुलाकात के बाद से ही उनका फोन भी बंद आ रहा है। हालांकि दीपक जोशी ने अभी सीधे तौर पर कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि वह 6 तारीख को संगठन के समक्ष अपनी बात रखेंगे। जिसके बाद ही वह आगे का फैसला लेंगे।
वीडी शर्मा ने कही बड़ी बात
वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी बड़ी बात कही है। वीडी शर्मा ने कहा कि ‘दीपक जी पार्टी के वरिष्ठ नेता है, उनके पिता कैलाश जोशी ने पार्टी को खड़ा किया है वह हमारे आइडल नेता है। वह भी परिवार के सदस्य है, परिवार में छोटी मोटी बातें होती रहती हैं हंड्रेड परसेंट कोई एक्यूरेट नहीं होता। हमारा उनसे संवाद चल रहा है हमारी एक पद्धति सब छोटी छोटी बात है हल कर ली जाएंगी। दीपक जी अभी पार्टी में कार्यकर्ता की हैसियत से काम कर रहे हैं।’
कांग्रेस ने किया बड़ा दावा
वहीं इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी बड़ा दावा किया है। कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि दीपक जोशी कांग्रेस से प्रेरित हो कर पार्टी में आना चाहते है, बीजेपी क्या कर रही है उससे कांग्रेस से कोई लेना देना नहीं है। दीपक जोशी खुद अपनी इच्छा व्यक्त कर रहे हैं कांग्रेस में आने के लिए, कांग्रेस हमेशा उनको लेकर संवेदनशील रही है, कमलनाथ ने उनके पिता पूर्व सीएम कैलाश जोशी का स्मारक बनवाने की बात भी कही थी। कांग्रेस ज्यादा सहानुभूतिपूर्वक काम करती है और ज्यादा लोगों में बदले की भावना नहीं रखती है।
बीजेपी बताये इतने साल से उनका दमन क्यों कर रही है कि वो उस पीड़ा में पहुंच चुके हैं, बीजेपी को बताना चाहिए कि उनकी उपेक्षा क्यों हो रही है। बीजेपी की उपेक्षा से त्रस्त होकर वह कांग्रेस में आना चाहते हैं, अगर वो आना चाहते हैं तो स्वागत है।’
6 मई पर सबकी नजरें
अब 6 मई पर सबकी नजरें टिकी हुई है। क्योंकि दीपक जोशी 6 मई के बाद ही कोई फैसला ले सकते हैं। खास बात यह है कि अब तक इस बात की कोई जानकारी पूरी तरह से सामने नहीं आई है कि दीपक जोशी कांग्रेस में जाएंगे या फिर बीजेपी में बने रहेंगे। लेकिन पिछले कुछ दिनों में इतना जरूर तय हो गया है कि दीपक जोशी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही हैं।