Cheetah Project: विपिन श्रीवास्तव। कूनों नेशनल पार्क में अफ्रीकी देशों से लाए गए चीतों में से एक और चीते की मौत हो गई है। जिसके बाद वन विभाग का अमला टेंशन में नजर आ रहा है। क्योंकि इससे पहले एक और चीतें की मौत हो चुकी है। ऐसे में 20 में से अब 18 चीतें ही बचे हैं।
जबलपुर से बुलाए गए एक्सपर्ट
कूनों नेशनल पार्क के पीसीसीएफ जेएस चौहान ने बताया कि चीता उदय की मौत के बाद उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। इसके लिए वेटरनरी डॉक्टर की एक टीम का गठन किया गया है , जो इस चीते का पोस्टमार्टम करेगी। इसके अलावा जबलपुर से भी एक्सपर्ट बुलाए गए हैं।
अचानक हुई उदय की मौत
जेएस चौहान ने बताया कि परसों तक उदय नाम का यह चीता ठीक हालत में था। लेकिन कल सुबह 9:00 बजे इसकी तबीयत कुछ खराब हुई, 11:00 बजे हमारी मेडिकल टीम ने इसे ट्रैंकुलाइज किया। करीब 4:00 बजे उसकी मौत हो गई। जो चिंता का विषय है। क्योंकि हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं, हमें भी इस बात की उत्सुकता है, कि आखिर चीते को अचानक क्या हुआ। चौहान के मुताबिक साउथ अफ्रीका की एक टीम भी कुछ समय में कूनो पहुंचेगी।
फिलहाल हमारी मॉनिटरिंग लगातार चल रही है, ओबान चीते को लेकर भी हम नजर रख रहे हैं, वह बार-बार सीमा से बाहर जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि किसी की लापरवाही है लेकिन मॉनिटरिंग बढ़ाए जाने की जरूरत है।
गौरतलब है कि यह दूसरे चीते की मौत है, कुछ दिन पहले साशा नाम की माता चीता ने भी दम तोड़ दिया था। जिससे पार्क प्रबंधन भी टेंशन में नजर आ रहा है।