MP News: शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाई थी, जो आज गिर गया, इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस और बीजेपी विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी, आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए विपक्ष को जवाब दिया। उसके बाद प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिससे अविश्वास प्रस्ताव गिर गया।
अविश्वास प्रस्ताव गिर गया
बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ 2011 के बाद पहली बार अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया, जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चर्चा भी हुई, लेकिन चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। दोनों पक्षों में तीखी बहस के बीच अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से नामंजूर हो गया।
अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है, जिससे एक बार फिर मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र तय वक्त से पहले खत्म हो गया, आज सत्र का चौथा दिन था, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से नामंजूर होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। बता दें कि
अविश्वास प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इसे मंजूरी दी। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सदन में बताया था कि कांग्रेस 300 पॉइंट्स जुटाए हैं और चर्चा के लिए 51 बिंदुओं का चयन किया गया था। गुरूवार को विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जवाब दिया। लेकिन सदन में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और पीसीसी चीफ कमलनाथ दोनों ही उपस्थित नहीं रहे, जिसे बीजेपी ने मुद्दा बनाया।
सीएम शिवराज ने दिया जवाब
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘कांग्रेस हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी में एक दूसरे पर ही अविश्वास है, कांग्रेस का आरोप रहता है कि सरकार हमने नहीं गिराई थी, बल्कि यह सरकार अपने अहंकार के कारण गिरी थी। अपने नेता सिंधिया जी को कहा था सड़क पर उतर जाओ, फिर आपके साथी हमारे साथ आ गए और चुनाव लड़कर जीत कर आए। हमारे साथ आए सभी कांग्रेस विधायकों ने भारी मतों से जीत हासिल करी। इसलिए यह सरकार हमने नहीं गिराई थी, यह सरकार तो अपने खुद के अहंकार की वजह से गिरी थी।’ बता दें कि कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए अविश्वास प्रस्ताव का सहारा लिया था।