MP News: रतलाम में एक महिला अपनी बहू के खिलाफ केस दर्ज करवाना चाहती थी। इसके लिए उसने एक वकील से मुलाकात की और बहू के खिलाफ केस लगाने के लिए उसे 34 हजार रुपए भी दे दिए। लेकिन जब महिला न्यायालय में पहुंची तो यहां बड़ा खुलासा हुआ। महिला को यहां आकर पता चला कि उसने जिस व्यक्ति को पैसे दिए हैं, वह तो वकील है ही नहीं।
यह है पूरा मामला
रतलाम जिले के धराड़ गांव में रहने वाली महिला मांगू बाई ने रतलाम पुलिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए बताया कि वह अनपढ है केवल हस्ताक्षर करना जानती है और जीवन यापन मजदूरी करके चलाती है। मांगूबाई अगस्त 2022 को वह अपनी बहन लीलाबाई के लड़के अर्जुन की पत्नी आयुषी के ऊपर केस लगाने के लिए जिला न्यायालय रतलाम आई थी।
यहां न्यायालय के गेट पर उसे एक व्यक्ति मिला जिसका नाम रतनलाल पवार था। राधेश्याम ने मांगूबाई को बताया कि वह हाई कोर्ट का बड़ा वकील है। उसने केस लगाने के लिए 34 हजार रुपए लिए और 15 दिन में निराकरण करवा वाने की बात कही।
राधेश्याम निकला नकली वकील
महिला जब दोबारा से कोर्ट में पहुंची तो उसने राधेश्याम को लेकर पूछताछ की जिस पर महिला को हैरान करने वाली जानकारी मिली। क्योंकि राधेश्याम वकील नहीं था। ऐसे में उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद जब महिला ने राधेश्याम को खोजकर उससे अपने पैसे वापस देने के लिए कहा तो वह महिला को टहलाने लगा। जिसके बाद महिला ने पुलिस थाने पहुंचकर उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया।
समाजवादी पार्टी से लड़ चुका है चुनाव
पुलिस ने महिला की शिकायत पर जब राधेश्याम के खिलाफ जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी पूर्व में होमगार्ड में जवान था और समाजवादी पार्टी से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। राधेश्याम रतलाम में समाजवादी पार्टी का जिला अध्यक्ष भी रह चुका है। जांच के दौरान पुलिस ने कुछ लोगों को बयान भी दर्ज कराए हैं।