MP News: मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी विसात बिछने लगी है। बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। बीजेपी के एक कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री ने पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही है। उनका कहना है कि अगर पार्टी मौका देगी तो वह कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
गौरीशंकर बिसेन ने किया ऐलान
बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, उनका कहना है कि अगर पार्टी उन्हें मौका देगी तो वह कमलनाथ के खिलाफ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। बता दें कि फिलहाल गौरीशंकर बिसेन बालाघाट से विधायक हैं, लेकिन इस बार वह बालाघाट की जगह छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। बिसेन पार्टी के सीनियर नेता हैं ऐसे में उनका यह बयान प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा में बना हुआ है।
बालाघाट से 13 चुनाव लड़ चुका हूं
गौरीशंकर बिसेन ने आज भोपाल में पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह बयान दिया, उन्होंने कहा कि ‘अगर पार्टी का राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व उनसे कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का मौका देगा तो वह चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा भी पार्टी कही और से चुनाव लड़ने के लिए कहेंगी तो वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। लेकिन अब बालाघाट से विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ूंगा क्योंकि मैं यहां से 13 चुनाव लड़ चुका हूं, जबकि एक बार पार्टी ने मेरी पत्नी को भी मौका दिया है। इसलिए अब नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए।’
दरअसल, राजनीति गलियारों में इस बात की चर्चा भी तेज हैं कि गौरीशंकर बिसेन इस बार बालाघाट से अपनी बेटी मौसम बिसेन को चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं, वह कई मौकों पर खुलकर इस बात को कह चुके हैं अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। बता दें कि मौसम बिसेन को गौरीशंकर का उत्तराधिकारी माना जाता है। मौसम भी लगातार क्षेत्र में सक्रिए हैं और पार्टी का काम करती है।
दिग्गज हो सकते हैं आमने-सामने
बता दें कि बालाघाट और छिंदवाड़ा जिले की सीमाएं एक दूसरे लगती हैं। खास बात यह है कि गौरीशंकर बिसेन का बालाघाट में भी अच्छा होल्ड हैं। ऐसे में अगर बीजेपी उन्हें छिंदवाड़ा से मौका देती हैं तो फिर छिंदवाड़ा में दिग्गजों का मुकाबला हो सकता है। खास बात यह है कि गौरीशंकर बिसेन ने छिंदवाड़ा में ओबीसी सम्मेलन कराने का ऐलान भी किया है। ऐसे में कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का गौरीशंकर का बयान मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
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