Rani Durgavati University Jabalpur: प्रदेश के विकास के लिए लगातार सीएम यादव काम कर रही है और इसी के तहत प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी कई जरूरी कामों में लगी है। ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाए। इसी दौरान रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को नैक से ए ग्रेड मिल चुका है, जिसके बाद अब दूरस्थ शिक्षा के तहत नए सिलेबस शुरू हो पाएंगे। इससे हजारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जो नियमित शिक्षा नहीं हासिल कर पाते हैं। दरअसल, अभी विद्यार्थियों के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय और भोज मुक्त विश्वविद्यालय, चित्रकूट विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा लेने का ऑप्शन है।
नए रूल्स से बंद हो गए थे कोर्स
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पूर्व में दूरस्थ शिक्षा के तहत बीए, बीकॉम, बीएससी समेत कई व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित थे, लेकिन बाद में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से सिर्फ ए ग्रेड विश्वविद्यालय द्वारा ही दूरस्थ शिक्षा का संचालन करने का नियम लागू हुआ। इस वजह से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में यह कोर्स बंद हो गए थे। अब जबकि ए ग्रेड मिल चुका है, विश्वविद्यालय में सालों से बंद दूरस्थ शिक्षा के सिलेबस शुरू कर पाएगा।
दूरस्थ शिक्षा के तहत सिलेबस अटका था
- कुलसचिव दीपेश मिश्रा ने बताया कि ए ग्रेड की वजह से अभी तक दूरस्थ शिक्षा के तहत पाठ्यक्रम अटका हुआ था।
- दूरस्थ शिक्षा काउंसिल के नियम में ए ग्रेड संस्थानों को ही दूरस्थ शिक्षा के तहत पाठ्यकम संचालित करने का अधिकार है।
- अब इस मापदंड को विश्वविद्यालय ने पूरा कर लिया है जिसके बाद नए पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
- बीए, बीकॉम, बीएससी के अलावा व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को संचालित करने के लिए सुझाव विभागों से मांगे जाएंगे।
- कुलसचिव दीपेश मिश्रा के अनुसार प्रयास होगा कि व्यावसायिक कोर्स को अधिक बढ़ावा दिया जाए।
- दरअसल यह पाठ्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए अधिक उपयोगी होता है जो नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं।
- जो विद्यार्थी नियमित तौर पर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं उनके लिए यह दूरस्थ शिक्षा बेहद उपयोगी साबित होती है।
ऑनलाइन कोर्स भी भी चलेंगे
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.राजेश कुमार वर्मा ने पहले दिन ही जाहिर कर दिया है कि ए ग्रेड मिलने के बाद वे विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पाठ्यक्रम संचालित करेंगे। देश के कई विश्वविद्यालयों में इस तरह के कोर्स संचालित हो रहे हैं। कुलसचिव ने बताया कि जिन विश्वविद्यालयों के पास ए या इससे ऊपर ग्रेड नैक से मिला हुआ है उन्हें इस तरह के पाठ्यक्रम संचालित करने में कोई परेशानी नहीं होती है। इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी कहीं से भी बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं।
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