Madhya Pradesh Screening Committee: मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की गठन की। राज्य सरकार ने स्क्रीनिंग कमेटी की गठन करने का निर्णय भारतीय निर्वाचन आयोग को भेजे जाने वाले विभागों के प्रस्तावों की परीक्षा के लिए लिया है। इस स्क्रीनिंग कमेटी में प्रमुख सचिव, सामान्य प्रशासन के साथ प्रस्ताव पेश करने वाले विभाग के उप मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव सदस्य शामिल होंगे।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी गठित
—
भारत निर्वाचन आयोग को भेजे जाने वाले प्रस्तावों का कमेटी करेगी परीक्षण
—
विवरण पढ़े:- https://t.co/MI3arjs4ws@JansamparkMP---विज्ञापन---— PRO JS Dewas (@PROJSDewas) March 20, 2024
स्क्रीनिंग कमेटी करेगी प्रस्तावों का परीक्षण
अब राज्य का कोई भी विभाग लोकसभा चुनाव को लेकर जारी आचार संहिता के दौरान अपना प्रस्ताव सीधे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग के सामने पेश नहीं कर सकेंगे। विभागों को अपना प्रस्ताव पहले स्क्रीनिंग कमेटी के सामने पेश करना होगा। कमेटी को प्रस्ताव प्रस्तुत करने से पहले विभाग को निर्वाचन आयोग के निर्देशों और आदेशों का हवाला देते हुए उसे रेफर करना होगा। इसके बाद विभाग को अपने प्रस्ताव में योग्यता के साथ दर्शाना होगा कि आखिर यह प्रस्ताव क्यों इतना महत्वपूर्ण है और इसे निर्वाचन प्रक्रिया पूरी होने तक क्यों नहीं रोका जा सकता है।
यह भी पढ़ें: छिंदवाड़ा के प्रभारी कार्यपालन यंत्री पर सरकार का सख्त एक्शन, मनमानीपूर्ण तरीके से काम करने पर किया सस्पेंड
निर्वाचन आयोग का निर्णय
भारत निर्वाचन आयोग को भेजे जाने वाला प्रस्ताव स्वयं स्पष्ट टीप (Self Contained) के रूप में भेजा जाएगा। प्रस्ताव भेजने से पहले भारत निर्वाचन आयोग के निर्णय में लगने वाले संभावित समय का खास ध्यान रखा जाना चाहिए।
चुनावों में पत्रकारों को मिलेगी खास सुविधा
निर्वाचन आयोग की तरफ से बुधवार को एक ऐलान किया गया था, जिसमें आम चुनावों में पत्रकारों को भी पोस्टल बैलेट से वोट देने की सुविधा देने की बात कही गई थी। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने एक अधिसूचना जारी की है।