Ayushman Bharat Scheme: मध्य प्रदेश की मोहन सरकार लगातार विकास कार्यों को करने में जुटी हुई है। इसी के तहत लोक स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना “निरामयम” आम आदमी के लिए वरदान साबित हो रही है। अब आम नागरिक भी उच्च स्तरीय आधुनिक मेडिकल सेवाएं प्राप्त कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सहज रूप से आम नागरिक आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकें, इसके लिए उन्हें सही जानकारी की जरूरत है। यह जरूरी है कि आम नागरिक को उसकी मेडिकल समस्या अनुसार उचित एम्पैनल्ड हॉस्पिटल की जानकारी सहजता से मिले, ताकि वे आसानी से योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। राज्य मंत्री पटेल ने प्रशासनिक अकादमी भोपाल में आयुष्मान योजना उन्मुखीकरण कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गौरवशाली नेतृत्व और मुख्यमंत्री मोहन यादव के सशक्त निर्देशन में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है, जनकल्याणकारी योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन योजनाओं को अमल में लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले की भूमिका महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य के अलग-अलग मानकों में जल्द पर ले जाने के लिए पूरी डेडिकेशन से प्रयास करें।
सहानुभूति पूर्वक सेवा प्रदाय करें- प्रमुख सचिव यादव
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में चिकित्सकों द्वारा मानवीय संवेदनाओं का ध्यान रख पूरी संवेदना के साथ उपचार करना चाहिए। अलग-अलग जनहितकारी कार्यक्रम को अमल में सेवाओं की सप्लाई और हेल्थ स्टैंडर्ड में सुधार के परिणाम अहम है। इस दिशा में मिलकर प्रयास किए जाएं।
डिजिटल वॉलेट सीईओ आयुष्मान भरसट
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. योगेश भरसट ने आयुष्मान भारत योजना जागरूकता पखवाड़े में की गयी गतिविधियों, योजना द्वारा प्रदत्त हितलाभ, योजना के विस्तार के नवीन आयाम कार्ययोजना और बेहतर क्रियान्वयन के लिए किए जाने वाले की जानकारी दी। डॉ. भरसट ने बताया कि आयुष्मान योजना से स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय, एबीडीएम अंतर्गत स्वास्थ्य जानकारी का डिजिटलीकरण, हेल्थ वेलनेस सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं तक सहज पहुंच, अभीम (Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission) अंतर्गत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त करने का कार्य किया जा रहा है।
आयुष्मान वॉलेट पर हो रहा काम
योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए “आयुष्मान वॉलेट” पर काम किया जा रहा है। इस सेवा के चालू होने पर नागरिक अपनी पात्रता के अनुसार उपलब्ध लाभ और किए गए उपयोग की स्थिति देख सकेंगे। यह योजना के लीकेज को रोकने में बहुत कारगर होगा।
सीईओ डॉ. भरसट ने बताया कि मध्यप्रदेश में 95 हजार 317 कैंसर मरीजों को 1 हजार 129 करोड़ रूपये की उपचार सेवा, 91 हज़ार 628 दिल के मरीजों को 972 करोड़ रूपये की उपचार सेवा और 20 हज़ार 290 मरीजों को 179 करोड़ रुपए लागत की डायलिसिस सेवा आयुष्मान योजना अंतर्गत मुफ्त प्रदान की जा चुकी है। प्रदेश में 1 हजार 56 हॉस्पिटल आयुष्मान योजनांतर्गत एम्पेनल्ड हैं। 1 हजार 952 प्रकार की मेडिकल सेवाएं हितग्राहियों को प्रदान की जा रही हैं।
वर्कशॉप में 70 साल से ज्यादा आयु वर्ग के नागरिकों को योजना में शामिल करने और लाभ, एबीडीएम, आयुष्मान योजना के बेहतर क्रियान्वयन विषय सहित बेनिफिशियरी फैसिलिटेशन एजेंसी, इम्प्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग योजनाओं को अमल की समीक्षा भी की जाएगी।
आयुक्त स्वास्थ्य तरुण राठी, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. पंकज जैन, कंट्रोलर एफडीए मयंक अग्रवाल, संचालक स्वास्थ्य दिनेश श्रीवास्तव, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. अरुण श्रीवास्तव, संचालक आईईसी डॉ. रचना दुबे सहित विभागीय सीनियर अधिकारी, अलग-अलग जिलों के सीएमएचओ और सिविल सर्जन वर्कशॉप सह समीक्षा बैठक में शामिल रहे।
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