kuno cheetah project: विपिन श्रीवास्तव। कूनो नेशनल पार्क में बीते 2 महीनों में 3 चीतों और तीन शावकों की मौत हो चुकी है। जिससे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि 70 साल बाद देश में चीतों को बसाया गया था। लेकिन चीतों की लगातार मौत से मामला वन विभाग भी सकते हैं। इस बीच अब चीतों की सलामती के लिए पूजा पाठ का भी सहारा लिया जा रहा है। चीतों की सलामती के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया गया।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप हुआ
दरअसल, चीतों की मौत के बाद अब पूजा पाठ का दौर भी शुरू हो गया है। श्योपुर जिले में आम लोग भी चीतों की सलामती के इलाके के मंदिर पर पूजा- पाठ और हवन पूजन से लेकर महामृत्युंजय मंत्रों का जाप करके भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि कूनो में अब किसी भी चीते की मौत नहीं हो। इसलिए कूनो से सटे कराहल के प्रसिद्ध मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में पूजा पाठ की गई।
बीमार चीते भी जल्द स्वस्थ हो जाए
कराहल कस्बे के जागरूक नागरिक और युवाओं के द्वारा चीतों की सलामती के लिए हवन पूजन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जा रहा है, युवा प्रार्थना कर रहे है कि अब कूनों में किसी चीते की मौत न हो और जो बीमार है, वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएं। चीतों के लिए युवा इसलिए भी परेशान है कि, एक लंबे अरसे के बाद भारत की भूमि पर चीतों को बसाया गया था और कराहल के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र के लोगों को उनकी जिम्मेदारी सौंपी थी।
अब उनकी लगातार मौतें होने से न सिर्फ कूनों का नाम खराब हो रहा है बल्कि, क्षेत्र का जो कायाकल्प होने जा रहा था उस पर भी ब्रेक लगने की संभावना बनने लगी है।
2 महीनों में 6 चीतों की मौत
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में पिछले 2 महीनों के भीतर तीन शावकों सहित 6 चीतों की मौत हो चुकी है, एक शावक अभी भी बीमार है। चीतों के लिए हनुमान मंदिर पर हवन पूजन और महामृत्युंजय कर रहे पंचायत सचिव गिर्राज पालीवाल का कहना है कि चीतों की सलामती के लिए वह पूजा पाठ कर रहे हैं, वह चाहते हैं कि कूनों से या फिर कोई बुरी खबर नहीं आए।