Sonam Raghuvanshi Latest Update: इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड का सच जानना अब केवल जांच एजेंसी का विषय नहीं रहा। अब पूरे देश की निगाहें इस केस पर हैं। ऐसे में जांच एजेंसी पर जल्दी केस सॉल्व करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। अभी तक की कार्रवाई में मेघालय पुलिस ने सोनम को मुख्य आरोपी बनाया है। हर घड़ी कोई न कोई बड़ा दावा कर रही है, जिसमें कुछ दावे प्रैक्टिकल नजर नहीं आ रहे तो कुछ दावों में पुलिस का ही विरोधाभास दिख रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि यह जल्दबाजी किसके दबाव में हो रही है। पर्यटन के लिए प्रदेश की छवि बचाने के लिए प्रदेश सरकार या मामला हाईलाइट होने की वजह से मप्र सरकार के दबाव से।
हनीमून की फोटो तुरंत अपलोड नहीं होने का तर्क है अतार्किक
राजा रघुवंशी को हत्या की जांच करते हुए मेघालय पुलिस ने राजा और सोनम को सोशल मीडिया अकांउट्स खंगाले। उन्हें दोनों की कोई फोटो नहीं मिली। पुलिस ने बताया कि 21 मई को दोनों शिलांग पहुंचे। 22 मई को सोहरा गए। नोंग्रियात गांव में लिविंग रूट ब्रिज समेत कई ऐसी जगह गए जहां कपल सेल्फी लेते हैं। पुलिस का तर्क न काफी है। अक्सर लोग ट्रिप पूरी होने के बाद ही सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं, लेकिन राजा और सोनम की हनीमून ट्रिप पूरी हुई ही नहीं। इतने बड़े केस में मेघालय पुलिस का यह तर्क साफ जल्दबाजी जाहिर कर रहा है।
मेघालय के मंत्री का अजीबो-गरीब बयान
मुख्य आरोपी सोनम की गिरफ्तारी के बाद मेघालय के मंत्री अलेक्जेंडर लालू हेक ने बयान दिया कि हम राजा और सोनम रघुवंशी के परिवार वालों से माफी की मांग कर रहे हैं क्योंकि इन्होंने मेघालय और यहां की छवि को धूमिल की है। अन्यथा हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे।
मंत्री परिवार के लिए संवेदनशील बनने की बजाय प्रदेश की छवि बचाने में जुट गए। मानो वह जल्दी से जल्दी कोई कहानी गढ़कर बस केस को खत्म करना चाहते हों। साथ में केस में कोई स्थानीय कनेक्शन भी नहीं चाहते हों।
कैसे बढ़ा मेघालय पुलिस पर दबाव
11 मई को शादी के बाद राजा और सोनम 20 मई को मेघालय गए। 22 मई को शिलांग में नोंग्रियाट गांव घूमने गए। 24 मई को दोनों के गुम होने की सूचना सामने आई। मप्र के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृहमंत्री अमित शाह को इसकी जानकारी दी। सीएम मोहन यादव ने मेघालय के सीएम से बात की। वहीं इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने शिलांग पुलिस के अधिकारियों से बात की। अब मेघालय पुलिस पर दबाव काफी बढ़ चुका था। मेघालय पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी और 2 जून को गहरी खाई से राजा का शव बरामद कर लिया।