कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है जहां सबकुछ खत्म सा लगने लगता है। लेकिन अगर सही समय पर कोई सहारा मिल जाए तो वही अंत एक नई शुरुआत बन सकता है। गुना जिले की यह कहानी कुछ ऐसी ही है जहां एक महिला ने जब जिंदगी से हार मान ली थी तब एक अजनबी ने न सिर्फ उसकी जान बचाई बल्कि उसे नया जीवनसाथी भी मिल गया। यह कहानी सिर्फ प्रेम की नहीं बल्कि उम्मीद हिम्मत और नए सिरे से जीवन शुरू करने की प्रेरणा भी देती है।
प्रेम और नई उम्मीद की कहानी
जीवन अनिश्चितताओं से भरा होता है और कब कहां किसका भाग्य बदल जाए, यह कोई नहीं जानता। मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक ऐसी ही प्रेरणादायक घटना सामने आई है जिसने प्रेम और नए जीवन की उम्मीद को दर्शाया। यह कहानी है काजल सहरिया और रामप्रसाद पारदी की जिनकी मुलाकात एक दुखद परिस्थिति में हुई लेकिन उन्होंने एक-दूसरे का सहारा बनकर जीवन को नया अर्थ दिया। काजल जो घरेलू हिंसा और प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने जा रही थी वहीं रामप्रसाद जिसने अपनी पत्नी को खोने के बाद अकेलेपन का दर्द सहा। दोनों ने एक-दूसरे के दर्द को समझा और फिर जिंदगी को नई दिशा देने का फैसला किया।
आत्महत्या की कोशिश और बचाव
गोपालपुर की रहने वाली काजल सहरिया का वैवाहिक जीवन बेहद कठिनाइयों से भरा था। उसके पति द्वारा की जाने वाली मारपीट और प्रताड़ना से तंग आकर उसने अपनी छोटी बच्ची के साथ 13 मार्च को गुना के रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने का फैसला किया। संयोगवश उसी समय नानाखेड़ी के रहने वाले रामप्रसाद पारदी वहां मौजूद थे। जब उन्होंने देखा कि काजल आत्महत्या करने जा रही है तो उन्होंने बिना समय गंवाए उसे बचा लिया और सुरक्षित स्थान पर ले गए। जब काजल ने अपनी दर्दभरी आपबीती सुनाई तो रामप्रसाद का दिल पसीज गया।
रामप्रसाद और काजल का संघर्ष भरा जीवन
रामप्रसाद का जीवन भी संघर्षों से भरा था। करीब 8 महीने पहले उनकी पत्नी का निधन टीबी की बीमारी से हो गया था जिससे वे अकेले अपने बेटे की परवरिश कर रहे थे। जब उन्होंने काजल की कहानी सुनी तो उन्हें महसूस हुआ कि वे दोनों ही अपने-अपने जीवन में अकेले और असहाय हैं। उन्होंने काजल को अपने घर ले जाने का फैसला किया और जब उनके परिवारवालों को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने दोनों को एक-दूसरे का जीवनसाथी बनाने की सलाह दी। परिस्थितियों को समझते हुए काजल और रामप्रसाद ने शादी करने का निर्णय लिया।
काजल और रामप्रसाद की नई शुरुआ
काजल और रामप्रसाद ने पहले कोर्ट में विवाह अनुबंध (एग्रीमेंट) करवाया और जल्द ही वे कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया पूरी करने की योजना बना रहे हैं। उनके इस फैसले को परिवार और समाज का भी समर्थन मिला। उनके रिश्तेदारों और प्रियजनों ने उन्हें नवदाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं दी हैं। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि कोई भी परिस्थिति अंतिम नहीं होती। सही समय पर सही सहारा मिल जाए तो जीवन एक नई शुरुआत कर सकता है। रामप्रसाद और काजल की यह अनोखी प्रेम कहानी साहस प्रेम और आशा का प्रतीक बन गई है।Inspirationa