Gwalior News: ग्वालियर जिले की ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से तीन बार विधायक और मंत्री रहे बीजेपी के दिग्गज नेता नारायण सिंह कुशवाह के बयानों ने बीजेपी की चिंता बड़ा दी है। पहले जहां वह अपने जन्मदिन के मौके पर BJP की पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता को पार्टी से टिकट मिलने पर खुल कर उनके विरोध की बात कह चुके हैं तो अब उन्होंने 2018 विधानसभा चुनाव में मिली हार के पीछे एक बड़ा षड्यंत्र बताया है। दावा किया है कि उनके अच्छे कार्यकाल के बाबजूद उन्हें हराया गया था। जिससे सियासत गर्मा गई है।
सीट पर टिकट के लिए सियासी घमासान
खास बात यह भी है कि ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर बीजेपी में टिकिट के लिए घमासान मचा है, पहले पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया तो पूर्व मंत्री और पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह ने इस सीट से चौथी बार टिकिट का दावा पेश किया और ये भी कह दिया कि अगर पार्टी पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता को टिकिट देगी तो वो प्रचार नही करेंगे। साथ ही संगठन पर ही 2018 के चुनाव में षड्यंत्र करके हराने का गंभीर आरोप लगाया है।
उधर BJP के बवाल पर कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष आरपी सिंह ने तंज कसते हुए दावा किया है, नारायण सिंह कुशवाहा पार्टी के पुराने नेता हैं और दक्षिण विधानसभा में उनका टिकट का दावा पहली प्राथमिकता रखता है। लेकिन अनुशासन की बात करने वाली बीजेपी अपने अंतर्द्वंद से खत्म हो रही है। बीजेपी में गुटबाजी चरम पर है, आने वाले विधानसभा चुनाव में एमपी में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा।
सीट पर सियासी घमासान
- 2018 में BJP से टिकट न मिलने के चलते पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा
- निर्दलीय चुनाव लड़ने पर समीक्षा ने 27 हजार वोट हासिल किए
- समीक्षा के वोट काटने पर BJP के नारायण सिंह कुशवाह महज 121 वोट से चुनाव हार गए थे
- BJP की कलह में कांग्रेस के प्रवीण पाठक विधायक बन गए थे।
- 2 लाख 48 हजार 404 मतदाताओं वाली इस विधानसभा में कुल 7 बार BJP और 3 बार कांग्रेस को जीत हासिल हुई है
- इस बार भी ग्वालियर दक्षिण सीट पर BJP में बयानों का बवाल मच रहा है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी में जो हालात ग्वालियर दक्षिण सीट पर अभी देखने मिल रहे हैं, सियासी गलियारों में यही चर्चा है कि कमोबेश ऐसे ही हालात ग्वालियर चंबल अंचल की दर्जनों सीटों पर बने हुए हैं जिसको लेकर बीजेपी का संगठन आंतरिक रुप से इसे सुधारने और ठीक करने में लगा हुआ है। ऐसे में देखना होगा कि ग्वालियर दक्षिण से उठ रही है चिंगारी को बीजेपी संगठन समय पर काबू कर पाता है या नहीं, या इसके कुछ और ही परिणाम देखने मिलेंगे।
ग्वालियर से कर्ण मिश्रा की रिपोर्ट