मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल इस समय अपने ग्वालियर प्रवास पर हैं। इस दौरे के दौरान मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का एक विवादित वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल रेस्टोरेंट में खाने के लिए जगह न मिलने पर दबंगई करते दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने फूड विभाग की टीम बुलाकर सैंपलिंग कराई। वीडियो में रेस्टोरेंट के एक कर्मचारी को PSO धक्का देते हुए दिखाई दे रहा है। दरअसल, वायरल होने वाला यह वीडियो रेस्टोरेंट के किचन का सीसीटीवी फुटेज है, जिसे मालिक की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।
रेस्टोरेंट के मालिक का क्या आरोप?
इस घटना का CCTV फुटेज शेयर करते हुए रेस्टोरेंट के मालिक ने मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल पर आरोप लगाया कि उन्होंने रेस्टोरेंट में जगह न मिलने पर कर्मचारियों के साथ मारपीट और झगड़ा करने के बाद जबरन फूड सेफ्टी टीम को बुलाकर सैंपलिंग कराने को लेकर हंगामा किया। हालांकि, इस हाई वोल्टेज हंगामे के बाद देर रात तक मंत्री पटेल और रेस्टोरेंट के मालिक के बीच बात हुई, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
ग्वालियर के एक रेस्टोरेंट में टेबल न मिलने पर भाजपा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के समर्थकों द्वारा की गई बदतमीजी बेहद निंदनीय है।
लोकतंत्र में पद गरिमा से चलता है, धौंस से नहीं।
और फिर 5 मिनट में फूड सेफ्टी की दबिश?
क्या जनता के लिए भी इतनी तत्परता दिखती है? pic.twitter.com/qVScQDsCWJ---विज्ञापन---— Mitendra Darshan Singh (@mitendradsingh) May 5, 2025
मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग
इसके बाद रेस्टोरेंट के बाहर शहर के बड़े व्यापारियों का जमावड़ा लग गया। ये सभी व्यापारी मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। व्यापारियों का कहना है कि जानकारी मिली थी कि कोई मंत्री बनकर जबरन रेस्टोरेंट में बात कर रहा है। लेकिन सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद साफ हुआ कि ये सच में मंत्री जी हैं। अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे, तो आम जनता और व्यापारी क्या करेंगे? एकजुट हुए व्यापारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या हुआ उस वक्त?
वहीं, रेस्टोरेंट के कर्मचारी मनीष का कहना है कि उन्हें फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट से लोकेंद्र नाम के अधिकारी का कॉल आया था कि मंत्री जी खाना खाने कुछ ही देर में रेस्टोरेंट पहुंचेंगे। कुछ देर बाद विभाग से दूसरे अधिकारी का कॉल भी मंत्री जी की टेबल बुक करने के लिए आया। ऐसे में जब मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल रेस्टोरेंट के रिसेप्शन पर पहुंचे और टेबल बुक होने की बात कही, मनीष ने बताया कि उसने सिर्फ यह पूछा कि आप कौन से मंत्री हैं और आपकी बुकिंग किसने कराई है। मनीष का आरोप है कि इस बात पर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल आगबबूला हो गए और उसके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट करने लगे। यहां तक कि वह रेस्टोरेंट की किचन में घुसकर अधिकारियों को बुलाकर सैंपलिंग की कार्रवाई कराई। इस दौरान रेस्टोरेंट के सेकंड ऑनर के साथ मंत्री के PSO ने धक्का-मुक्की की। ये सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।
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कोर्ट तक जाएंगे मालिक
रेस्टोरेंट के मालिक ने सीसीटीवी जारी करते हुए अपने अधिवक्ता एडवोकेट अवधेश तोमर को भी मौके पर बुला लिया। एडवोकेट अवधेश तोमर ने बताया कि मंत्री होते हुए उन्होंने स्टाफ के साथ जिस तरह का बर्ताव किया है, वह गलत है। यदि रेस्टोरेंट संचालक को न्याय नहीं मिलेगा, तो वह उनके कहने पर मामले को लेकर कोर्ट की दहलीज पर जाएंगे।