नई दिल्ली: आज से देश में चिकित्सा शिक्षा का नया अध्याय शुरू हो रहा है। पहली बार चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी शुरू होने जा रही है। इसके लिए MBBS प्रथम वर्ष में लगने वाली तीन विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज भोपाल आ रहे हैं।
कार्यक्रम ‘हिंदी में ज्ञान का प्रकाश’ में करीब 30 हजार विद्यार्थियों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार शामिल होंगे। वहीं सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहां चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी होगी।
शिवराज सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप प्रदेश में चिकित्सा पाठ्यक्रम को हिंदी में तैयार कराने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में उच्च स्तरीय टास्क फोर्स गठित की गई। साथ ही विषय निर्धारण एवं सत्यापन कार्य के लिए समितियों का गठन किया गया।
विश्वास सारंग के मुताबिक 97 चिकित्सकों के दल ने चार महीने में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार की है। इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं। रात में भी शिक्षकों ने काम किया। हिंदी को बढ़ाने के लिए यह हुआ 2015 में विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल में आयोजित किया गया। चिकित्सा की हिंदी किताबें आने के बाद सम्मेलन में सुझाए गए अन्य सुझाव पर अमल करने की मांग हिंदी के विद्वानों ने मुख्यमंत्री से की है।