MP News: मध्य प्रदेश का बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित माना जाता है। जिससे यहां के कई गांवों में मूलभूत समस्याओं का आभाव देखने को मिलता है। लेकिन अब इन गांवों की तस्वीर भी बदल रही है। बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित जिलों में बिजली पहुंचाई जा रही है, ताकि यहां के लोगों को भी सभी सुविधाओं का लाभ मिल सके।
गांवों में पहुंचाई जा रही बिजली
बालाघाट जिले के लांजी तहसील के नक्सल प्रभावित ग्रामों में बिजली पहुंचाने का कार्य शुरू किया गया है। इस कड़ी में बैगा जनजातीय बहुल गांव देवरबेली से सत्तीझोड़ी तक बिजली लाइन तैयार करने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। जल्द ही यह गांव बिजली से रोशन नजर आएगा।
घने जंगलों के बीच बसे हैं गांव
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने देवरबेली से सत्तीझोड़ी और सत्तीझोड़ी से नल्लेझरी तक 11 के.व्ही. की विद्युत लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ किया है। साथ ही बिरसा विकासखण्ड में भूतना पंचायत के ग्राम गोरखपुर से कुदान तक और ग्राम चिचरूंगपुर से गुदमा तक भी 11 के.व्ही. की लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। बालाघाट के जिन ग्रामों में बिजली पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है, वे घने जंगलों के बीच में हैं और इनमें अधिकांश आबादी विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की है। लेकिन अब यह गांव भी रोशन होंगे।
खास बात यह है कि बिजली पहुंचने से ग्रामीण जन-संचार के आधुनिक साधन मोबाइल, रेडियो, टेलीविजन का उपयोग अब यहां के ग्रामीण लोग आसानी से कर सकेंगे। बता दें छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर होने की वजह से यह इलाका नक्सल प्रभावित रहा है।