MP News: दमोह के गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्राओं को हिजाब पहनाने का मामला गर्माता जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी मामले में कार्रवाई की बात कही है। इसके अलावा हिंदू संगठनों ने भी मामले में विरोध जताया है।
सीएम ने कलेक्टर को दिए जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में दमोह जिले के कलेक्टर को जांच के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है, किसी भी बेटी को ये कोई स्कूल बाध्य नहीं कर सकता कि वो कोई ऐसी चीज पहने जो उसकी परंपरा में नहीं है, मामला मेरे संज्ञान में आया है दमोह के एक स्कूल का है। मैंने जांच के निर्देश दिए हैं, जांच के बाद तथ्यों के आधार पर फिर हम कार्रवाई करेंगे।’
वहीं स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि ‘ऐसी मंशा रखने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मैं चाहूंगा कि प्रशासन इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें साथ ही गृहमंत्री जी का धन्यवाद जिन्होंने इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई करने की प्रशासन को निर्देश दिए है।’ बता दें कि प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
हिंदू संगठनों ने जताया विरोध
मामले में दमोह जिले में हिंदूवादी संगठनों ने भी विरोध जताया है। हिंदूवादी संगठन के साथ ही कुछ छात्राओं के पेरेंट्स भी कलेक्ट्रेट पहुंचे और मामले में कलेक्टर को आवेदन दिया है। सभी ने मिलकर मामले में जांज की मांग की है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, दमोह शहर के गंगा जमना हायर सेकंडरी स्कूल के जिन विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षाओं में टॉप किया है। उनके स्कूल प्रबंधन की तरफ से पोस्टर लगाए गए थे। जिनमें हिंदू छात्राओं के चेहरे पर भी हिजाब जैसा स्कार्फ पहना दिख रहा है। जिसके बाद यह मामला चर्चा में आ गया। जब इस मामले में हिंदू संगठनों ने विरोध किया तो मामला राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग और गृहमंत्री तक पहुंचा था। जिसके बाद मामले में जांच के निर्देश दिए थे।