MP News: ‘आपको पुलिस थाने जाना है’ इतना सुनते ही अक्सर इंसान घबरा जाता है। क्योंकि पुलिस थाने में जाने भर के मतलब से लोगों के दिमाग में कई तरह की बातें चलने लगती है। ऐसे में अक्सर लोग ने तो थाने जाते हैं और न ही जाना चाहते हैं। क्योंकि थानों में आम तौर पर विवाद के मामले ही पहुंचते हैं। लेकिन भोपाल के एक पुलिस थाने ने इस रवायत को बदला है। क्योंक इस पुलिस थाने में फरियादियों के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है कि उन्हें थाने में जाने से परेशानी नहीं होती। क्योंकि इस थाने को इसकी खूबियों के चलते ISO सर्टिफिकेट दिया जा रहा है।
भोपाल के मिसरोद थाने को मिलेगा ISO सर्टिफिकेट
राजधानी भोपाल के मिसरोद पुलिस थाने को ISO सर्टिफिकेट मिलने जा रहा है। मिसरोद भोपाल पुलिस कमिश्नरेट इकलौता ऐसा थाना है, जिसे इस खिताब से नवाजा जाएगा। क्योंकि इस थाने ने कई पैमानों पर काम किया है। इस थाने को बेहतर रख रखाव प्रबंधन और सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए यह सर्टिफिकेट मिल रहा है।
जानिए इस थाने की खासियतें
भोपाल के मिसरोद थाने में कई खासियतें हैं, जिसके चलते उसे यह खिताब दिया जा रहा है, हेल्पलाइन के मामलों में भी मिसरोद थाना पहले पायदान पर है, यानि सबसे ज्यादा शिकायतें संतुष्टि के साथ बंद करवाई गई हैं। वहीं यहां मालखाने में दस्तावेज रखने की सबसे शानदार व्यवस्था हैं, जबकि थाने में स्टाफ और फरियादियों के लिए बैठने के पर्याप्त इंतजाम है। थाने में सायबर हेल्पडेस्क और ऊर्जा डेस्क भी है।
इसके अलावा विजिटर रूम भी बनाया गया है, जबकि थाने में ठंडे पानी की व्यवस्था भी है। थाने में चोरी-नकबजनी के मामलों में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत है, यानि अधिकतर मामलों को यहां सुलझा लिया जाता है। जबकि 2022 में नाबालिगों के अपहरण के मामले 100 प्रतिशत तक यहां निपटाए गए हैं। यानि जितने अपहरण के मामले दर्ज हुए थे, सब रिकवर किए गए हैं।