विपिन श्रीवास्तव, भोपाल
26 Girls Found Who Were Missing From Illegal Bhopal Hostel : भोपाल में बिना परमिशन के चल रहे एक बालिका गृह से लापता सभी 26 बच्चियां मिल गई है। मामला गंभीर था तो पुलिस प्रशासन की टीम ने तुरंत एक्शन लिया और बच्चियों को भोपाल व आसपास के इलाकों से बरामद कर लिया।
वहीं बिना अनुमति संचालित हो रहे हॉस्टल को लेकर लापरवाही बरतने पर महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी समेत तीन को सस्पेंड कर दिया गया है और 2 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
---विज्ञापन---मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 6, 2024
दरअसल, भोपाल के सूनसान इलाके परवलिया में आंचल नाम के इस हॉस्टल में कुल 68 बच्चियां रजिस्टर्ड हैं। शुक्रवार को जब राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों ने यहां निरीक्षण किया तो 68 में से 41 बच्चियां ही मौके पर मिलीं।
इसकी शिकायत पर परवलिया पुलिस ने शनिवार को ही हॉस्टल संचालक और पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव वीरा राणा से सात दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
मामला गंभीर था तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद हास्टल पहुंचकर एसपी कलेक्टर ने पड़ताल की। हालांकि हॉस्टल में ताला लगा दिया गया था। अब जांच के बाद लापता बच्चियों की जानकारी पुलिस प्रशासन की टीम को मिल गई है।
इस मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग, परियोजना अधिकारी कोमल उपाध्याय और सुपरवाइजर मंजूषा राज को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, महिला एवं बाल विकास विभाग गंजबासौदा के परियोजना अधिकारी बृजेंद्र प्रताप सिंह को भी सस्पेंड किया है। जो इससे पहले इसी पद पर भोपाल में पदस्थ थे।
इतना ही नहीं भोपाल जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार सोलंकी और सहायक संचालक समेकित बाल संरक्षण योजना रामगोपाल यादव को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है।