विपिन श्रीवास्तव, भिंड: मध्यप्रदेश के भिंड जिले के दंदरौआ धाम में बागेश्वर सरकार के लगाए गए कथा दरबार में बड़ा हादसा हो गया। मुरैना से दंदरौआ सरकार के दर्शन को पहुंची महिला की बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन को उमड़ी भीड़ में कुचलने से मौत हो गई। वहीं चार से पांच लोग घायल हो गए। मृतक महिला के परिजन ने प्रशासन पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगाया है।
3 से पांच लाख लोगों की जुट रही भीड़
बता दें कि इन दिनों भिंड के सुप्रसिद्ध दंदरौआ धाम में बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगा हुआ है। वे यहां सीय पिय मिलन समारोह में हनुमान कथा का वाचन कर रहे हैं जिसके चलते प्रतिदिन 3-5 लाख लोगों की भीड़ जुट रही है। लाखों खर्च होने के बाद भी प्रशासनिक अव्यवस्था का नतीजा हादसे के रूप में देखने का मिला है जिसकी वजह से एक महिला की मौत हो गई है।
मुरैना की थी मृतका
जानकारी के मुताबिक प्रति मंगलवार को दंदरौआ सरकार के दर्शन को हज़ारों की संख्या में पहुंचते हैं। ऊपर से इन दिन दिनों बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमान कथा का आयोजन भी चल रहा है, जिसकी वजह से बेकाबू भीड़ दंदरौआ धाम पर टूट रही है। मंगलवार को मुरैना की रहने वाली कृष्णा बंसल अपने परिवार के साथ दंदरौआ धाम पहुंची थी, लेकिन मंदिर के गेट पर बेकाबू भीड़ ने उन्हें पैरों तले रौंद दिया जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।
मंदिर गेट पर अचानक जमा हो गई भीड़
उनके शव के साथ मेहगांव अस्पताल पहुंचे बेटे ने बताया कि वह अपनी मां कृष्णा बंसल और परिवार के दो अन्य सदस्यों के साथ दंदरौआ सरकार के दर्शन के लिए आए थे। इस दौरान मंदिर गेट पर अचानक उनकी माता भीड़ में गिर पड़ीं, ऐसे में उनका वजन अधिक होने से वे उठ भी नहीं पायीं। बजाय उनकी मदद करने के बेकाबू भीड़ उनके ऊपर से निकलती चली गई जिससे उनकी मौत हो गई।
प्रशासन पर लगाया अव्यवस्था का आरोप
पीड़ित बेटे ने यह भी बताया कि इस हादसे के पीछे प्रशासन की अव्यवस्था है, वहां ना तो भीड़ को कंट्रोल कर पा रहे हैं और ना ही डॉक्टर या स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाए हैं। भीड़ इतनी बेक़ाबू थी कि मां के गिरने पर काफ़ी समय तक उनको नहीं निकाल पाए। कई और लोग भी भीड़ में कुचले जिनके से दो-तीन लोगों को ख़ुद उन्होंने बचाया। जानकारी के मुताबिक इस हादसे में एक महिला की मौत हुई है, साथ ही एक घायल को भिंड भेजा गया है। वहीं कुछ अन्य श्रद्धालुओं को मामूली चोटें आई हैं।