MP News: विपिन श्रीवास्तव। भोपाल में AIMIM ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बकरीद पर बकरे की कुर्बानी और नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी है। उन्होंने पीसीसी में कुर्बानी के लिए बकरा भी तैयार रखा है।
तौकीर निजामी ने लिखी चिट्ठी
भोपाल में एमआईएम नेता तौकीर निजामी ने दिग्विजय सिंह को चिट्ठी में लिखा है कि ‘कांग्रेस ने मोहब्बत की दुकान खोली है सिर्फ हिंदुत्व के एजेंडे के लिए अगर पीसीसी में हनुमान चालीसा पाठ हो सकता है तो हमारी ईद की नमाज क्यों नहीं हो सकती? हमें हनुमान चालीसा पाठ से ऐतराज नहीं, लेकिन सभी धर्मों की धार्मिक मान्यताओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।’
चिट्ठी में लिखा है कि ‘मोहब्बत की दुकान मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी आफिस पर मजलिस भोपाल करेंगी कुर्बानी और ईद की विशेष नमाज भी अदा की इजाजत दी जाए ‘आल इंडिया मजलिस-ए-एतेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के सचिव पीरजादा तौकीर निजामी ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से मांग की है कि राहुल गांधी जी पूरी देश में नफरत को खत्म करने के लिए अभी नई नई दुकान मोहब्बत की खोली है और मध्य प्रदेश की कांग्रेस हार्ड हिंदुत्व चल रही है। एक धर्म विशेष के आयोजन पीसीसी पर हो रहे हैं।
दिग्विजय सिंह से मांगी इजाजत
‘कभी भगवा मय कर देते हैं तो कभी पीसीसी चीफ कमलनाथ देवी देवताओं की मूर्ति बिठाते हैं। कभी हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है आप बिल्कुल करो हमको कोई ऐतराज नहीं है लेकिन मुस्लिम समाज को वोट के नाम पर इमोशनल ब्लैकमेल करना बंद कर दीजिए। कांग्रेस जब सर्कुलर होने की बात करती है और सभी धर्मों की पार्टी होने की बात करती है तो फिर दलित मुस्लिम और आदिवासी के जो त्योहार है उसमें भेदभाव क्यों कर रही है वोट तो आपको इन समाजों के हंड्रेड परसेंट चाहिए लेकिन काम आप संघ और बीजेपी के इशारे पर कर रहे हो।’
‘अगर वाकई में आप सेकुलर हो और राहुल गांधी की बात मानते हो तो पीसीसी जो आपकी मोहब्बत की दुकान है उस पर मुस्लिम समाज के इस त्यौहार पर कुर्बानी करने और विशेष नमाज अदा करने की इजाजत दें।’
नरोत्तम मिश्रा ने कही बड़ी बात
वहीं इस मामले में प्रदेश के गृहमंत्री और बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा की प्रतिक्रिया भी आ गई है। उनसे जब इस मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘यह तो होना ही था चाचा जान जिंदगी भर आप हिंदू और हिंदुत्व का चोला ओढ़े रहे, अब आपसे बकरे की हलाली की डिमांड आ गई है, आप जो धर्मनिरपेक्ष का चोला आप ओढ़ हुए हो इसको उड़कर आप हिंदुत्व और हिंदु को नकारते हो, वह कहावत है ना, ना खुदा ही मिला ना हिसाले सनम ना इधर के रहे ना उधर के रहे सनम , AIMIM ने जो मांगा है उनके सवाल का जवाब दें अब दिग्विजय सिंह’ बता दें कि दिग्विजय सिंह को लिखे गए पत्र के बाद मामला चर्चा में आ गया है।