चंडीगढ़: राज्य के औद्योगिक विकास के लिए उद्योग का अहम रोल है। परन्तु इसके साथ ही पर्यावरण के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। यह बात पर्यावरण और साईंस टेक्नोलोजी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कपड़ा रंगाई उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग के दौरान कही।
इस दौरान उद्योगपतियों की तरफ से पर्यावरण के संरक्षण के लिए राज्य सरकार की तरफ से की जा रही कोशिशों में पूर्ण सहयोग देने की बात भी कही। मंत्री ने भी उद्योगपतियों को विश्वास दिलाया कि उनको विभाग की तरफ से अनावश्यक परेशान नहीं किया जायेगा जिस सम्बन्धी उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उद्योग समर्थकी माहौल सृजित किया जाए।
मीत हेयर ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण हम सभी की संयुक्त ज़िम्मेदारी है और हमारी आने वाली पीढ़ियों को साफ़ सुथरा पर्यावरण छोड़ कर जाना सभी का फर्ज बनता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की तरफ से प्रदूषण की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक पर पूर्ण पाबंदी से औद्योगिक प्रदूषण को रोकने और बूडडे दरिया की सफ़ाई समेत और कई प्रोजैक्ट शुरू किये हैं।
औद्योगिक प्रतिनिधियों ने पर्यावरण और साईंस टेक्नोलोजी मंत्री को विश्वास दिलाया कि सरकार की कोशिशों में पूरा साथ दिया जायेगा। उन्होंने साथ ही माँग की कि जिन उद्योग की तरफ से ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं, उनको संशोधित पानी की निकासी का प्रबंध किया जाये।
मीत हेयर ने यह बात फिर दोहराते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति कोई समझौता नहीं किया जायेगा और जो कोई उद्योग सभी नियमों का पालन करता हैं, उनकी जायज़ माँगों के हल के लिए विभाग की तरफ से सकरात्मक रुख अपनाया जायेगा। मीटिंग में कपड़ा रंगाई उद्योग के प्रतिनिधियों में अदित्या कंवर, विवेक शर्मा, नीरज अबोट, एच. के. सिंघल, एस. के. शर्मा. सांचित सूद, नन्दन जैन और चेतन्या डावर उपस्थित थे।