Unique Temple of Una Himachal: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक ऐसा मंदिर है, जहां गरीब बेटियों की शादी के लिए चंदा दिया जाता है और उस चंदे से बेटियों की शादी करके उनका जीवन सफल बनाया जा रहा है। पिछले 15 साल से यह पुण्य काम किया जा रहा है और इन 15 सालों में 13.48 करोड़ रुपये इकट्ठे किए जा चुके हैं। इस पुण्य काम की शुरुआत ऊना के पूर्व डीसी ओंकार चंद शर्मा ने की थी और उसके बाद समय-समय पर शादी के लिए दिए जाने वाले चंदे की राशि भी बढ़ाई गई। अब एक बार फिर गरीब लड़कियों की शादी के लिए दिए जाने वाली सहायता राशि में ऊना जिला प्रशासन ने इजाफा करने का फैसला किया है।
एक आदेश जारी करके ऊना जिला प्रशासन ने इस सहायता राशि को 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया है। जिला प्रशासन के इस कदम से लोगों को काफी मदद मिलने वाली है। ऊना जिला प्रशासन के इस फैसले से चलोला गांव के राममूर्ति राणा ने खुशी जाहिर की है। 60 वर्षीय राममूर्ति राणा कहते हैं कि उनके जीवन में हाल ही में अच्छी चीजें हो रही हैं। उनकी बेटी साक्षी ठाकुर (22 वर्ष) की शादी 22 फरवरी 2023 को हुई और 4 दिसंबर 2023 को उसे बेटे का आशीर्वाद मिला
राणा के अनुसार, यह अच्छी बात है, जिससे उनके जैसे लोगों को मदद मिलेगी। 15000 रुपये की मदद बहुत बड़ी थी। अन्यथा, मेरी बेटी की शादी संभव नहीं होती। उनकी पत्नी प्रेम लता एमजीएनआरईजी (Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee) योजना के तहत काम करती है और परिवार का भरण-पोषण करती है। राणा जैसे कई कमजोर लोगों को इस योजना का लाभ मिला है।
राशि में कब-कब हुई बढ़ोतरी?
मंदिर के रिकॉर्ड के अनुसार, विवाह समारोह में दी जाने वाली राशि में 2100 रुपये से लेकर 25000 रुपये तक की वृद्धि हुई है। 24 जुलाई 2008 को पीएस चौहान के कार्यकाल के दौरान यह राशि 2100 रुपये से बढ़ाकर 3100 रुपये कर दी गई थी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं।
दूसरी बढ़ोतरी 5100 रुपये की हुई। यह बढ़ोतरी 18 दिसंबर 2009 को चौहान के उत्तराधिकारी केआर भारती के कार्यकाल के दौरान हुई। सचिव के पद से सेवानिवृत्त भारती कहते हैं कि यह एक सांकेतिक मदद थी।
17 मई 2016 को तीसरी बढ़ोतरी (11,000 रुपये) की हुई। चौथी बढ़ोतरी 15000 रुपये- 30 सितंबर 2016 को विकास लाबरू द्वारा की गई थी। सचिव (IPH) के पद से सेवानिवृत्त हुए लाबरू कहते हैं कि 11000 रुपये में शादी समारोह आयोजित करना संभव नहीं है। इसलिए राशि बढ़ाई गई।
पांचवीं बार बढ़ोतरी 5 मार्च 2024 को दर्ज की गई। यह बढ़ोतरी मौजूदा डीसी जतिन लाल के कार्यकाल में की गई। जतिन पिछले साल फरवरी में पद पर आए थे।
आवेदन कैसे करें?
मंदिर अधिकारी अजय सिंह कहते हैं कि शादी के मौसम में हमें आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से प्रतिदिन 5 से 10 आवेदन प्राप्त होते हैं। उनमें से लगभग 90 प्रतिशत मानदंड पूरे करते हैं। उनके अनुसार, जिन परिवारों की वार्षिक आय 50000 रुपये से कम है और जो बीपीएल अंत्योदय योजना का हिस्सा नहीं हैं, वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- प्रधान द्वारा सत्यापित आवेदन।
- राशन कार्ड की एक प्रति।
- दुल्हन की जन्म तिथि का प्रमाण पत्र।
- दुल्हन के आधार कार्ड की प्रति।
- एक शादी का निमंत्रण कार्ड।
- प्रखंड विकास अधिकारी द्वारा वेरिफाइड एलिजिबिलिटी प्रमाण पत्र।
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