Himachal Pradesh News: अब हिमाचल की बेटियां रोडवेज की बसें भी चलाती दिखेंगी। सेना, स्वास्थ्य, शिक्षा, तकनीकी से लेकर प्रशासनिक सेवाओं तक, हर फील्ड में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन एक ऐसा क्षेत्र भी है जहां महिलाओं की संख्या न के बराबर है और वहां भी हिमाचल की बेटियां अपनी छाप छोड़ रही हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं भरमौर की रहने वाली अंजू देवी की जिसने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा उपमंडल नूरपुर के जसूर मंडलीय वर्कशॉप में एक बेटी बस चालक की ट्रेनिंग ले रही है।
भरमौर की रहने वाली अंजू देवी वर्तमान में गंगथ कस्बे में रह रही हैं जहां उसके माता-पिता फास्ट फूड का काम करते हैं। अंजू ने जब नेशनल हाइवे पर बस दौड़ाई तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि ड्राइविंग सीट पर कोई मैच्योर नहीं बल्कि एक 5 फीट की लड़की बैठी है।
वॉल्वो बस चलाने का सपना
अंजू ने बताया कि अभी वो एक साधारण बस चला रही है, लेकिन उसका शुरू से ही सपना रहा है कि वो वॉल्वो बस चलाए। कार्यशाला के तकनीकी अधिकारी अक्षय धीमान ने बताया कि अंजू ने बस चालक का प्रशिक्षण लेकर और उसे सड़क पर दौड़ा कर दिखा दिया कि लड़कियां भी किसी क्षेत्र में कम नहीं हैं और उन्हें हर तरह के क्षेत्र में हाथ आजमा कर अपना भविष्य बना सकती हैं।
महिलाओं को दी जाती है ट्रेनिंग
एचआरटीसी की ओर से हिमाचल प्रदेश में कई जिलों में वर्कशॉप में महिलाओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाती है। हालांकि, बिना ट्रेनिंग के भी कई महिलाएं हेवी व्हीकल चला रही हैं। शिमला के चौपाल की काजल मोक्टा, किन्नौर की पूनम नेगी और सोलन की एक महिला भी पहाड़ों की खतरनाक सड़कों पर बस के साथ-साथ ट्रक भी चलाती हैं।
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