Himachal Election: शिमला जिले के रामपुर इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार रात एक मतदान दल को एक निजी वाहन में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ले जाने के आरोप में रोका। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और मतदान दल पर EVM में छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया, जिसके बाद जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मतदान दल के सदस्यों को तुरंत निलंबित कर दिया।
कांग्रेस विधायक नंद लाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “ईवीएम को एक निजी कार में ले जाया जा रहा था। हमने इसका पालन किया और पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारियों को भी सूचित किया।” नियमानुसार मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ईवीएम को सरकारी वाहनों से मतगणना केंद्र तक ले जाना होता है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों पर नई सरकार के चुनाव के लिए शनिवार को मतदान हुआ।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाए आरोप
जिला चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मतदान पूरा होने के बाद सूचना मिली कि दत्तनगर-49 को सौंपा गया मतदान दल नंबर 146 अपने निजी वाहन में ईवीएम/वीवीपीएटी ले जा रहा है, जिसका पंजीकरण नंबर एचपी-03डी-2023 है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों से छेड़छाड़ करने के इरादे से ले जाया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया और ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों को स्ट्रांग रूम में भेज दिया। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों की बारीकी से जांच की और दावा किया कि मशीनों को ठीक से सील कर दिया गया था और कोई छेड़छाड़ नहीं पाई गई थी।
जल्दबाजी में किया गया निजी वाहन का इस्तेमाल
अधिकारियों ने दावा किया कि मतदान दल ने ईवीएम/वीवीपीएटी मशीनों को सरेंडर करने और जिम्मेदारी से मुक्त होने के लिए जल्दबाजी में एक निजी वाहन का इस्तेमाल किया।
रिटर्निंग ऑफिसर (SDM) सुरेंद्र मोहन ने कहा कि हमने पाया कि पोलिंग पार्टी नंबर 146 एक निजी वाहन में ईवीएम/वीवीपैट मशीन ले जा रही थी, जो ईसीआई के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन है और प्रथम दृष्टया पाया गया कि पार्टी ने उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है और नियमों का उल्लंघन किया है।