Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकालने के दौरान भड़की हिंसा देखते ही देखते आसपास के जिलों में फैल गई। पुलिस ने इस मामले में 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। रविवार को नूंह के डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पंवार ने स्थिति पर अपडेट दिया।
स्थिति अब सामान्य
उन्होंने कहा- स्थिति अब सामान्य है। एसपी और मैंने दोनों समुदायों के साथ मीटिंग की। हमने उनसे यह आश्वासन देने की भी अपील की है कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना नहीं होगी। पंवार ने आगे कहा- अवैध निर्माणों के खिलाफ तोड़फोड़ अभियान चल रहा है और यह जारी रहेगा। ये कार्रवाई किसी को निशाना बनाने के लिए नहीं की जा रही है। हमारा मकसद शांति स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि 84 कोस की परिक्रमा सौहार्दपूर्ण तरीके से चल रही है। हमने दोनों समुदायों के लोगों से अपील की है कि आपके बड़े-बुजुर्ग बैठकर इस समस्या का हल निकालें। गिले-शिकवे भी दूर किए जाएं।
#WATCH | Haryana: Nuh Deputy Commissioner Prashant Panwar says, "The situation is normal now. SP and I had a meeting with both communities…We have also appealed to them to assure that no incident will happen in future… Demolition drive against illegal construction is underway… pic.twitter.com/EXAxNNLs3M
— ANI (@ANI) August 6, 2023
---विज्ञापन---
Maulana Arshad Madani (in file pic), President of Jamiat Ulama-i-Hind, has said in a recent statement that the report submitted by a representative delegation of Jamiat Ulama-i-Hind that visited Nuh, Mewat and surrounding areas to analyse the riots affected areas is very… pic.twitter.com/9wg3Z0tlWQ
— ANI (@ANI) August 6, 2023
दंगा प्रभावित क्षेत्रों का हाल हृदय विदारक: मौलाना अरशद मदनी
वहीं जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस मामले पर बयान दिया। उन्होंने कहा है कि जमीयत उलमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधि प्रतिनिधिमंडल ने रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उसका विश्लेषण करने के लिए नूंह, मेवात और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया गया है। दंगा प्रभावित क्षेत्रों का हाल बहुत ही हृदय विदारक है और यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि दंगा सुनियोजित था। इसमें पुलिस और प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही है, इसके कई वीडियो भी वायरल हो चुके हैं।