Haryana News: हरियाणा के खेल मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला कोच ने बड़ा दावा किया है। महिला कोच का दावा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
महिला ने दावा किया कि मुझे फोन कॉल आ रहे हैं कि मैं भारत छोड़कर किसी और देश में जा सकती हूं और मुझे एक महीने के लिए 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। मुझे अपनी शिकायत वापस नहीं लेने के लिए कहा गया है, लेकिन ये भी कहा गया है कि चुप रहो।
I'm receiving phone calls that I can leave and go to any country I want and I would get Rs 1 crore for a month. I have been asked not to take back my complaint but keep shut and fly to some other country: Woman player who has accused then Haryana Sports min of sexual harassment https://t.co/eILHeoJlnz pic.twitter.com/GxwtLoctSt
— ANI (@ANI) January 4, 2023
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मीडिया से बात करते हुए महिला कोच ने कही ये बातें
चंडीगढ़ पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होने के बाद मीडिया से बात करते हुए महिला ने कहा, “एसआईटी का गठन किया गया है, सब कुछ विस्तार से बताया गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझ पर चुप रहने के लिए दबाव डाला जा रहा है।”
महिला ने कहा कि मैंने चंडीगढ़ पुलिस एसआईटी को सब कुछ विस्तार से बता दिया है। मैंने आज सुबह (मंगलवार) मुख्यमंत्री का बयान सुना, जिसमें मुख्यमंत्री खुद संदीप सिंह का पक्ष ले रहे हैं। हरियाणा पुलिस मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
महिला कोच के वकील ने किया ये दावा
कोच के वकील दीपांशु बंसल ने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ पुलिस ने न तो पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया है और न ही पुलिस ने उनसे पूछताछ की है।
बंसल ने कहा, “हरियाणा के मुख्यमंत्री ने एसआईटी बनाई। सब कुछ एसआईटी को बताया गया। पुलिस संदीप सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है। यह एक गैर-जमानती अपराध है। संदीप सिंह को नहीं बुलाया गया, लेकिन उन्हें (महिला कोच) चार बार बुलाया गया।”
महिला के पिता ने अनिल विज से की मुलाकात
खेल मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला कोच के पिता के साथ धनखड़ खाप के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को अंबाला में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की।
हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के कुछ घंटों बाद रविवार को कहा कि उन्होंने जांच रिपोर्ट आने तक खेल विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंप दी है। उन्होंने ये भी कहा कि मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है।