Haryana Crime: हरियाणा के गुरुग्राम की एक पॉश सोसायटी में 5 साल के बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। बच्चे की डूबने से मौत हो गई। बुधवार शाम को बच्चा सेक्टर-37डी में BPTP पार्क सेरेन सोसायटी के पूल में डूब गया। डूबने से पहले बच्चा 6-7 मिनट बचने के लिए छटपटाता भी रहा। लेकिन आरोप है कि पूल के दोनों गार्ड अपने मोबाइल में व्यस्त रहे। उन्हें ध्यान ही नहीं था कि पूल के पास बच्चा है। कुछ देर बाद दूसरे बच्चों ने चिल्लाना शुरू किया, जिसके बाद गार्डों की नींद खुली। इसके बाद एक लाइफगार्ड ने पानी में छलांग लगाकर बच्चे को निकाला।
ट्रेंड नहीं थे लाइफगार्ड, नहीं तो जिंदा होता बच्चा
पास के अस्पताल ले जाने पर बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। लोगों के सामने दोनों आरोपी गार्डों ने स्वीकार किया कि वे तैरने के लिए ट्रेंड नहीं हैं। न ही सीपीआर को लेकर उन्होंने ट्रेनिंग ली। दोनों नौकरी में नए थे। एक को कुछ दिन पहले, दूसरा एक सप्ताह पहले नौकरी पर रखा गया था। वहीं, मृतक मेवांश सिंगला सनसिटी स्कूल में प्री प्राइमरी का स्टूडेंट था, जिसको तैराकी का शौक था। बच्चे के पिता बिन्नी सिंगला मारुति सुजुकी कंपनी में कार्यरत हैं। लड़का दादी के साथ शाम को 4 बजे पूल पर गया था।
⚡️ 🇮🇳 Two lifeguards have been arrested after a 5-year-old boy drowned in a residential swimming pool in Gurugram. The lifeguards failed to notice the child entering a deeper pool due to their inexperience and negligence. https://t.co/cod72pt39I pic.twitter.com/noPvgwmO6O
— RiskMap (@RiskMapOfficial) July 25, 2024
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दोनों कुछ घंटे बाद लौट आए। इसके बाद दादी किसी काम से क्लब हाउस गई थीं। मेवांश भी उनके साथ था। इसी दौरान मेवांश दोबारा पूल पर आ गया था। दादी ने उसे घर लौटने को कहा था। वहां लाइफगार्ड मौजूद थे। जिसको लेकर दादी आश्वस्त हो गई। दादा सीता राम सिंगला के अनुसार बच्चा 4 फीट गहरे पानी में चला गया था। लेकिन लाइफगार्ड ने ध्यान नहीं दिया। लोगों ने सवाल उठाया अगर लाइफ सचेत होते तो बच्चा जिंदा होता? वे फोन देखते रहे।
5 मिनट तक तैरता रहा बच्चा, किसी ने नहीं दिया ध्यान
मेवांश 5 मिनट से अधिक व्यस्कों के हिस्से में तैरता रहा, उसे किसी ने नहीं रोका। सेक्टर-10 पुलिस ने दो लाइफगार्ड, डेवलपर और सुविधा प्रबंधन कंपनी के खिलाफ बीएनएस की धारा 106 के तहत केस दर्ज किया है। एमपी के दमोह के रहने वाले दुर्ग और बिहार के गोपालगंज के विकास को अरेस्ट किया गया है। दोनों के खिलाफ लापरवाही के आरोप हैं। बीपीटीपी पार्क सेरेन आरडब्ल्यूए के उपाध्यक्ष हेमंत कुमार ने आरोप लगाया कि कंपनी की लापरवाही भी सामने आई है। जिसने लापरवाह लोगों को काम पर रखा। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत का दुख है और वे परिवार के साथ खड़े हैं। इस सोसायटी में 7 टावर हैं, जहां 400 परिवार रहते हैं। यहां का पूल 2 साल से चालू है। बच्चे की मौत के बाद लोगों की भीड़ लग गई। जमकर नारेबाजी होने लगी। जिसके बाद पुलिस ने आकर मामला शांत करवाया।
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