सूरत पुलिस ने सरथाना इलाके में डुप्लीकेट सोने की एक बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह गैंग सोने में अन्य धातु मिलाकर मोहर लगाकर हॉलमार्क के नाम पर नकली गहने बना रही थी। मुख्य आरोपी विवेक सोनी और उसके साथियों ने वेलांजा के रुद्राक्ष सोसायटी में घर पर ही यह डुप्लीकेट सोना तैयार किया करता था।
मामले का खुलासा कब हुआ?
यह मामला तब सामने आया जब आरोपियों ने योगी चौक स्थित शिव मंदिर ज्वेलर्स में डुप्लीकेट सोने की चेन बेचने की कोशिश की। ज्वेलर्स के मालिक को शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। आरोपी हरीश खटाना और विमल मौके से भाग गए। पुलिस ने जांच के बाद फैक्ट्री पर छापेमारी कर 4 चेन,1 चेन बनाने की मशीन, 1 हॉलमार्क सिक्का और अन्य सामग्री जब्त की। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री लगभग एक महीने से चल रही थी। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश की और सभी 12 को गिरफ्तार कर उनसे संबंधित सामान जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई सूरत पुलिस के डीसीपी आलोक कुमार के नेतृत्व में की गई है और यह सूरत पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
पुलिस ने की खास अपील
पुलिस प्रशासन ने ज्वैलर्स और आम लोगों से अपील की है कि वे सोने की चीजें लेते समय जांच जरूर करें। केवल सरकार से मिली मान्यता वाले हॉलमार्क वाले प्रोडक्ट ही खरीदें। यह मामला दिखाता है कि सोने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है और इसके लिए सख्त निगरानी और कानून की जरूरत है।
ये भी पढ़ें- Gujarat के गणदेवी में दिखा चमत्कार! गाड़ी के नीचे आने के बाद भी जिंदा निकली बच्ची